यूक्रेन पर रूस के हमले की गंभीर होती आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने अपने 8,500 सैनिकों को तैयार रहने का आदेश दिया है। इन्हें नाटो कार्रवाई बल के तहत यूरोप में तैनात किया जा सकता है। इस बीच कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए परामर्श जारी कर उन्हें फिलहाल यूक्रेन यात्रा से परहेज करने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और समस्या का कूटनीतिक हल निकालने का आह्वान किया है।
अमेरिकी सैनिकों को यूरोप में तैनात किए जाने के लिए तैयार रहने के संबंध में आदेश जारी किए जाने के बीच यह संभावना कम होती दिख रही है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने उस रुख से पीछे हटेंगे, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पड़ोसी यूक्रेन पर हमले के खतरे के रूप में आंका है। इस दौरान यूक्रेन के भविष्य के साथ उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की सेना की विश्र्वसनीयता भी दांव पर है, जो अमेरिकी रक्षा रण्ानीति के केंद्र में है। बाइडन के लिए यह संकट पुतिन के खिलाफ एकजुट होकर प्रयास करने की उनकी क्षमता की बड़ी परीक्षा है। दूसरी तरफ, पुतिन इसे शीत युद्ध और रूसी सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में देखते हैं।
पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों को यूक्रेन के बजाय रूस की किसी भी आक्रामक गतिविधि की रोकथाम के लिए नाटो बल के हिस्से के रूप में पूर्वी यूरोप में भेजा जा सकता है। हालांकि, रूस ने यूक्रेन पर हमले की आशंका से इन्कार किया है।