रूस। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है। रूस के इस फैसले से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ेगा। राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है। पुतिन के इस फैसले की अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसा देशों ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक शुरू हो चुकी है। पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है।
क्या है मिन्स्क समझौता
यूक्रेन और रूस में शांति बहाल करने के लिए 2014 में एक समझौता किया गया था। बेलारूस की राजधानी में यह समझौता हुआ था। रूसी समर्थकों ने यूक्रेन के क्रमिया पर हमला कर दिया था। कई दिनों के संघर्ष के बाद रूस ने क्रीमिया को अपने देश में मिला लिया। इस संघर्ष को शांत कराने के लिए मिन्स्क समझौता हुआ जिसमें कैदियों की रिहाई और हथियारों के वापसी की बात थी। हालांकि दोनों देशों ने इस समझौते का पालन नहीं किया। इसके बाद मिन्स्क का दूसरा समझौता हुआ जिसमें 13 बिंदु शामिल थे।
नहीं बदली जा सकती अंतरराष्ट्रीय सीमा- यूक्रेन
एनएससी की बैठक में यूक्रेन ने कहा कि उनकी अंतरराष्ट्रीय सीमा अपरिवर्तनीय है। यूक्रेन ने कहा कि रूस का यह कदम वायरस की तरह है। यूक्रेन ने कहा कि इस तरह के काम हमेशा रूस ने ही शुरू किए हैं।
पुतिन के एलान के बाद डोनेत्स्क की ओर जाते दिखे टैंक
वाशिंगटन। रूस-यूक्रेन संकट के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक जारी है। इस बैठक में भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। भारत ने कहा है कि यूक्रेन व उसके आसपास के इलाकों में रह रहे 20 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है। इस बीच अमेरिका ने भी रूस को कड़े परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। अमेरिका ने यूक्रेन के टूटे टुकड़ों में नए निवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन द्वारा सेना भेजने के आदेश के बाद डोनेत्स्क की ओर टैंक जाते दिखाई दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डोनेत्स्क में टैंकों व सैनिकों की हलचल देखी गई है। वहीं पश्चिम देशों की ओर से और अधिक प्रतिबंधों के अलावा कीव में अधिक हथियारों की तैनाती की तैयारी की जा रही है।
यूक्रेन रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट
रूस-यूक्रेन संकट के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए प्रयास शुरू हो गया है। मंगलवार सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना हो गया है। भारत की ओर से 200 से अधिक सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को विशेष अभियान के लिए तैनात किया गया है।