बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले रोज नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं। बंगाल पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है। गत दिनों यहां नया विवाद खडा हो गया। यह विवाद ‘जय श्रीराम” के नारे को लेकर खड़ा हुआ है। बंगाल पुलिस ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 24 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इन पर आरोप है कि जय श्रीराम लिखे मास्क बांट रहे थे।
बंगाल पुलिस के इस कारनामे का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। भाजपा नेता भी इस वीडियो को पोस्ट और शेयर कर रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि भगवा रंग के कपड़े पहने हुए कुछ लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं। कुछ लोग मास्क भी पहने हैं और मास्क बांटते दिख रहे हैं। पुलिस उन्हें पकड़कर गाड़ी में बैठा रही है।
बताया जाता है कि यह वीडियो हुगली जिले के चांपदानी इलाके का है। आरोप है कि इस कार्यक्रम में भाजपा और संघ के लोग मौजूद थे। उन्होंने जय श्रीराम लिखा मास्क लगा रखा था और जय श्रीराम के नारे भी लगा रहे थे। तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई। भाजपा का आरोप है कि इसके बाद पुलिस पहुंच गई। भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को जय श्रीराम का नारा और यह नारा लिखे हुए मास्क बांटने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।
इस पर भाजपा के कई नेताओं ने ट्वीट करके नाराजगी भी जाहिर की। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया कि क्या ममता जी के बंगाल में अब जय श्री राम बोलने पर गिरफ्तारी होगी? पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने वीडियो ट्वीट करके लिखा कि ममता जी की दमनकारी नीति के खिलाफ श्ोरदिल कार्यकर्ताओं का आंदोलन… राम नाम के मास्क बांटना भी अपराध है।
इससे पहले 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित ममता बनर्जी के भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारे लगे थे, जिसके बाद ममता भड़क गई थीं और मंच पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया था।