रायपुर। रायपुर पुलिस की टीम ने काफी मेहनत करके रेमडेसिविर इंजेक्शन की दलाली और कालाबाजारी करने वाले युवकों को पकड़ा था। 7 युवकों की गिरफ्तारी हुई थी। इनमें से दो को जमानत पर अगले ही दिन छोड़ दिया गया। सब ठीक रहा तो अन्य युवक भी जल्द ही छूट जाएंगे। जबकि दूसरी तरफ शहर के लोग इन्हें सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। एमएस यूथ फांडेशन के महेंद्र सिंह होरा ने बताया कि हमने इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, ऐसे लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और हत्या के प्रयास का केस दर्ज करना चाहिए। ऐसे कई लोग होंगे जिन्होंने इनसे संपर्क किया होगा और कीमत न दे पाने के कारण इंजेक्शन न मिलने से उनके मरीजों की मौत हुई होगी, यह तो हत्या ही हुई न । रायपुर की एसडीएम पूनम शर्मा की कोर्ट से रोहित क्षेत्रपाल और वैभव साहू के छूट जाने की जानकारी मिली है। लॉ एक्सपर्ट विपिन अग्रवाल ने बताया कि इन केसेस में पुलिस धारा 151 के तहत कार्रवाई कर रही है, अमूमन इनमें समझाइश देकर जमानत दे दी जाती है। रेमडेसिविर मनमानी कीमतों पर बेचने के मामले में ओंकर भोंसले नाम के एमआर को भी पुलिस ने पकड़ा था, फिलहाल वो जेल में है। इनके अलावा राहुल गोयदानी, आयुष माहेश्वरी, कमलेश रतलानी, सुमित कुमार मोटवानी नाम के युवकों के फिलहाल जेल में ही होने की जानकारी सामने आ रही है।
युवकों का ये गैंग इंजेक्शन और 1 लाख 58 हजार रुपयों के साथ गिरफ्तार हुआ था।