देश में तमाम आपराधिक वारदातों के बढ़ते ग्राफ को लेकर पुलिस विभाग परेशान रहता है। कभी अपराध की गुत्थी उलझी हुई रहती है तो कभी अपराधियों को पकड़ने में कोशिशें नाकाम होती है, पर संचार क्रांति के दौर में बेसिक पुलिसिंग के साथ तकनीक और तकनीकी विशेषज्ञों की तरकीब से अपराधियों तक पहुंचना आसान होने लगा है।
दुर्ग बीआईटी में बीटेक कम्प्युटर इंजीनियरिंग के फर्स्ट ईयर के चार होनहार छात्रों ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है, जो किसी भी चेहरे के फोटो या वीडियो को एक्सेस करके उनकी रियल टाइम मौजूदगी की जगह बता देगा। छात्रों द्वारा बनाए गए इस सॉफ्टवेयर और उनकी मेहनत को बीआईटी की वॉइस प्रिंसिपल मनीषा शर्मा ने सराहा है।