संसद भवन के लोकार्पण पर जारी सियासत के बीच वरिष्ठ भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा का शिलान्यास सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कैसे कराया।
वरिष्ठ भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि क्या उन्होंने (कांग्रेस सरकार) राज्यपाल को न्यौता दिया था। वे संवैधानिक व्यक्ति नहीं है। ये लोग कौन से संवैधानिक पद पर थे, जो यहां विधानसभा का शिलान्यास करने आये थे? किस हैसियत से बोल रहे हैं कि बहिष्कार करेंगे? ये संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान जानते ही नहीं।
साथ ही चयन सूची विवाद पर लोक सेवा आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं देने पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि पीएससी की ओर से मुख्यमंत्री स्पष्टीकरण देंगे। बेरोजगारों के आरोप पर मुख्यमंत्री को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए। पेपर खुलवा कर जांच करानी चाहिए। आग होती है तभी धुआं उठता है, लहर गिनकर पैसा कमाना है, तो कोई छत्तीसगढ़ आकर सीख ले।श्
दिल्ली में कांग्रेस की होने वाली बैठक के लगातार टलते जाने पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि खड़गे जी कर्नाटक के निवासी हैं। खड़गे चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नहीं बन पाया तो मेरे तीन चार लोग मलाईदार विभाग में बैठे। खड़गे के लिए छत्तीसगढ़ का विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण नहीं है।