रायपुर।चर्च ऑफ गॉड वर्ल्ड मिशन सोसाइटी के युवा वयस्क कर्मचारी स्वयंसेवा दल ASEZ WAO ने 3 जुलाई को नेहरू नगर और स्वामी विवेकानंद सरोवर, रायपुर, छत्तीसगढ़ में “Green Earth” अभियान चलाया। “Green Earth” अभियान उन गतिविधियों का हिस्सा है जो ASEZ WAO स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करने, शहर की सड़कों, पार्कों, जंगलों आदि की सफाई करने के लिए करता है। शब्द “ASEZ WAO,” “A से Z तक पृथ्वी को बचाएं(Save the Earth from A to Z)” और “हम एक हैं(We Are One)” का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ है “आइए हम एक परिवार के रूप में शुरू से अंत तक पृथ्वी को बचाएं।” युवा वयस्क गतिविधियों के लिए एक अनुकरणीय नमूने के रूप में, ASEZ WAO लगातार Green Earth, No More GPGP(प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए), और Mother’s Forest (वृक्षारोपण: प्रति व्यक्ति एक पेड़) जैसे अभियान चला रहा है।
नगर निगम ने उपलब्ध कराए सफाई के साधन
ASEZ WAO के सदस्यों, उनके परिवारों, दोस्तों और सहकर्मियों सहित 140 से अधिक लोग मास्क पहनकर नेहरू नगर में एकत्र हुए। अपने शरीर के तापमान को मापने और अपने हाथों को कीटाणुरहित करने के बाद, स्वयंसेवकों ने रायपुर नगर निगम द्वारा उनके लिए उपलब्ध कराए गए सफाई उपकरणों को आपस में बांट लिया। नगर निगम ने उनकी गतिविधि का स्वागत किया और कचरा चिमटे, झाड़ू और कचरा बैग जैसी सफाई की आपूर्ति और साथ ही एक कचरा ट्रक के साथ उनका समर्थन किया। सफाई गतिविधि एक घंटे से अधिक समय तक चली, और 70 कचरे के बैग (प्रत्येक 1500 लीटर) कूड़े से भर गए। स्वामी विवेकानंद सरोवर सूर्यास्त का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है, जो कई पर्यटकों को आकर्षित करता है। पार्क के चारों ओर कई खाने की दुकान हैं, और आप बहुत सारा कचरा बिखरा हुआ देख सकते हैं। जब स्वयंसेवक पहुंचे, तो हर तरह का कचरा जगह-जगह बिखरा हुआ था, जैसे एकल उपयोग खाद्य पैकेजिंग कूड़े, सिगरेट के टुकड़े, स्नैक पैकेजिंग बैग, प्लास्टिक बैग और डिस्पोजेबल कप। जैसे ही स्वयंसेवकों ने सारा कचरा उठाया, क्षेत्र साफ हो गया जैसे कि यह पहले कभी गंदा नहीं था।
महापौर ने युवाओं को किया प्रोत्साहित
रायपुर के महापौर ‘एजाज ढेबर’ ने सेवा स्थल में आकर युवा वयस्कों को प्रोत्साहित किया और उनकी सराहना करते हुए कहा, “ASEZ WAO युवाओं को देखकर, अगर हम इन युवाओं के साथ काम करें, तो हमारा समाज स्वच्छ और अधिक जीवंत हो जाएगा। हमें इन युवाओं के जुनून को सीखना चाहिए।” एक सदस्य Vinay ने कहा कि वह जलवायु परिवर्तन के खतरे को महसूस कर रहा था और सफाई गतिविधि में भाग लेने के लिए उसकी प्रेरणा के बारे में बताया, “यहां का सीवर कूड़े के ढेर से भरा पड़ा है। अगर बरसात के मौसम में जब सीवर ओवरफ्लो हो जाते हैं, तो अपशिष्ट जल बहे कर इसे विभिन्न बिमार के ज़ड बन जाता है। इसलिए हम यहां सफाई अभ्यास के जरिए अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहते हैं। ।” Ritesh नाम के दूसरे सदस्य ने संतुष्ट मुस्कान के साथ कहा, “लॉकडाउन खत्म होने के बाद अर्थव्यवस्था संकट में है, हर कोई स्वार्थी जीवन जी रहा है, इस मध्यम से दूसरों के लिए मैं कुछ कर पाऊँ तो खुश हैं। ”