गजानन की स्थापना के साथ-साथ प्रशासन ने इसके विसर्जन की तैयारी भी शुरुकर दी है। इस बार महादेवघाट स्थित पक्का विसर्जन कुंड की सफाई और विसर्जन की तैयारी अभी से शुरु हो गई है। कुंड में बारिश का भरा पानी और काई को अच्छी तरह साफ कर भगवान के विषर्जन के लिए तैयार किया जा रहा है। सफाई के साथ ही वहां साफ पानी भर कर लोगों के बैठक का भी इंतजाम किया गया है।
बता दे की कोरोना के कारण इस साल प्रतिमा की उंचाई अधिकत्म साढे तीन फीट रखी गई है, जिसे इस कुंड में आसानी से विसर्जित किया जा सकेगा। कुंड में पर्याप्त पानी भरा जा चुका है। मूर्तियों के छोटे होने और स्थापना भी सीमित होने के कारण इस बार लोगों को विसर्जन के लिए खारुन नहीं तक नहीं जाना पड़ेगा।
महादेव घाट के साथ ही उला में भी विसर्जन का इंतजाम किया गया है। सूत्रों की मानें तो नगर निगम के सभी जोन में स्थित तालाब में इंतजाम किया जाएगा। वहीं आउटर की बात करें तो उरला स्थित खारुन में भी आस पास के लोग विसर्जन कर सकेंगे।