कोरोना वायरस के नोट और सिक्कों से फैलने की आशंका में दूसरी लहर के दौरान आनलाइन भुगतान का चलन बढ़ा है। इसके विपरीत एक अध्ययन में यह सामने आया है कि नोट या सिक्कों से कोरोना के फैलने की आशंका नहीं है। यूरोपीयन सेंट्रल बैैंक के विशेषज्ञों और जर्मनी की रूहर-यूनिवर्सिटी बोखम के शोधकर्ताओं ने नोट और सिक्कों से कोरोना वायरस के फैलने की संभावना का पता लगाने के लिए यह अध्ययन किया।
अध्ययन में स्टेनलेस स्टील की सतह पर अलग-अलग तरह के नोट, सिक्के और पीवीसी के बने बैैंक क्रेडिट कार्ड रखे गए। विश्ोषज्ञों ने इन्हें नुकसान नहीं पहुंचाने वाले कोरोना वायरस के साथ ही कोविड-19 के लिए जिम्मेदार सार्स-कोव-2 वायरस से संक्रमित कराया।
अध्ययन में पाया गया कि स्टील की सतह पर तो वायरस सात दिनों तक बना रहा, लेकिन नोट और सिक्कों पर यह दो से छह दिन में गायब हो गया। पांच सेंट के तांबे के सिक्के पर वायरस मात्र एक घंटे ही टिक सका। विज्ञानियों ने पाया कि नोट या सिक्कों से सार्स-कोव-2 वायरस के फैलने का खतरा न के बराबर है।