शोधकर्ताओं ने हालिया अध्ययन में पाया है कि गाय के दूध में एक ऐसा प्रोटीन होता है, जिसमें वायरस को रोकने वाले गुण होते हैं। यह प्रोटीन किसी व्यक्ति के शरीर में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक सकता है। अधिकांश स्तनधारियों के दूध में लैक्टोफेरिन नामक प्रोटीन पाया जाता है। अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी आफ मिशिगन के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान पाया कि गाय के दूध में बोवाइन लैक्टोफेरिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो कई रोगाणुओं, वायरस और अन्य रोगजनकों से लड़ने में सक्षम है। प्रयोग के दौरान पाया गया कि यह प्रोटीन जहां सार्स सीओवी-2 वायरस को लक्षित कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकता है, वहीं कोशिकाओं को वायरस के खिलाफ लड़ने में मदद भी करता है। यूनिवर्सिटी आफ मिशिगन में आंतरिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख अन्वेषक जोनाथन सेक्सटन ने कहा, ‘मानव क्लीनिकल ट्रायल के दौरान बोवाइन लैक्टोफेरिन में एंटीवायरल गतिविधि दिखाई दी। उदाहरण के लिए, बोवाइन लैक्टोफेरिन वाली दवाएं वायरल संक्रमण की गंभीरता को कम करने में सक्षम हैं। इनमें रोटावायरस व नोरोवायरस शामिल हैं। बोवाइन लैक्टोफेरिन के व्यापक एंटीवायरल प्रभाव, सुरक्षा, न्यूनतम दुष्प्रभाव तथा व्यावसायिक उपलब्धता को देखते हुए कई शोध पत्रों में सार्स सीओवी-2 संक्रमण के इलाज या बीमारी के बाद देखभाल में उसके इस्तेमाल की सलाह दी गई है।” अध्ययन निष्कर्ष ‘जर्नल आफ डेयरी साइंस” में विस्तार से प्रकाशित है।