रायगढ़ बड़ी विडंबना है कि जिले में उच्च शिक्षा मंत्री के रहते उच्च शिक्षा की संस्थान के आई टी कॉलेज दम तोड़ती नजर आ रही है। आखिर केआईटी वेंटीलेटर में रहकर अपनी अस्तित्व की लड़ाई कैसे लड़े बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि रायगढ़ जिला एक औद्योगिक नगर के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां तकनीकी शिक्षा के संस्थान की दशा कितनी दयनीय है। जिन्हें हम राष्ट्र का भविष्य कहते हैं, जिनके हाथों में देश का भविष्य है, कहते हैं छात्र राष्ट्र के निर्माता होते हैं लेकिन अगर शिक्षा संस्थान केआईटी जैसा हो तो वहां के छात्र दर-दर भटकने वाले होते हैं।
जी हां, केआईटी के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं 16 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं बीते दिनों उन्होंने विधायक प्रकाश नायक के कार्यालय का घेराव भी किया। सभी प्रोफेसर हड़ताल में होने के कारण इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। आने वाले समय में एग्जाम होने हैं, लेकिन पढ़ाई पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। छात्र प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है, उनकी समस्या का समाधान किया जाए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
ऐसे में छात्र करें तो क्या करें इसलिए आज केआईटी के छात्रों ने कलेक्ट्रेट पहुँच कर कलेक्टर से ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द समस्या का निदान करने के लिए निवेदन किया। छात्रों ने बताया कि बेहद समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पढ़ाई बंद हो चुकी है। आने वाले समय में परीक्षा है ऐसे में हमारा भविष्य अंधकारमय है। सभी जगह निवेदन किया जा रहा है, लेकिन कहीं से भी हमें सकारात्मक परिणाम नहीं दिखाई दे रहे हैं।