
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के कंचौथी गांव में हाथियों के हमले में एक महिला जानकी बाई (35 वर्ष) की मौत हो गई। मरवाही वनमंडल में 43 हाथियों का दल डेरा डाले हुए है। हाथियों ने 4 ग्रामीणों की फसल को भी रौंद दिया है। पेंड्रा रेंज के दमदम सागौन प्लांट में भी बीती रात हाथियों का दल पहुंच गया। जानकारी के मुताबिक, मरवाही वनमंडल में 43 हाथियों के दल ने दमदम इलाके में दस्तक दी। हाथियों का दल जब विचरण करते हुए आगे बढ़ रहा था, तभी दमदम इलाके के कंचौथी गांव में जानकी बाई हाथियों को देखकर भागने लगी। जानकी ने अपने घर के पास हाथियों को देख लिया था, जिससे वो डर गई थी और घर की ओर बचने के लिए भागने लगी, लेकिन हाथियों ने उसे दौड़ाकर कुचल दिया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मामले की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है। जानकी बाई के पति कार्तिक राम धनुहार ने बताया कि उसकी पत्नी की मौत हाथियों के हमले से घटनास्थल पर ही हो गई। देर रात वो शौच के लिए निकली थी। सुबह परिवार को घर से कुछ ही दूरी पर जानकी बाई का शव मिला। हाथी फिलहाल मरवाही रेंज के रूमगा और भाटियार गांव के आसपास डेरा जमाए हुए हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। हाथियों ने पसान वन परिक्षेत्र में भी कई घरों को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी में जुटी हुई है और ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है। साथ ही जिस जगह पर का दल है, उसके पास भी जाने की मनाही वन विभाग के कर्मचारियों ने की है।
वनकर्मी और हाथी मित्र दल हाथियों की निगरानी में जुटे
कोरबा जिले के पसान वन परिक्षेत्र से दर्जन भर शावक और 10 से अधिक दंतैल सहित 43 हाथियों का दल मरवाही वनमंडल के पेंड्रा रेंज के कोटमी बीट के दमदम गांव में पहुंचा हुआ है। हाथियों ने एक किसान के मकान को भी तोड़ दिया है और 4 किसानों की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। वनकर्मी और हाथी मित्र दल के सदस्य हाथियों की निगरानी में जुटे हुए हैं।