बंगाल के सिलीगुड़ी में एक वेब सीरीज की शूटिंग के दौरान सेवक में ऐतिहासिक कोरोनेशन पुल पर कार विस्फोट का मामला काफी गरमा गया है । वेब सीरीज बनाने वालों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह मामला इतना गरमा जाएगा। वेब सीरीज के निर्माता एवं निर्देशक के खिलाफ कालिमपोंग थाने में मामला दर्ज किया गया है। कई गैर जमानती धाराएं भी लगाई गई है, जबकि कल अंतिम शूटिंग थी। पिछले एक महीने से 280 सदस्यों की टीम सेवक सहित कई इलाकों में वेब सीरीज की शूटिंग कर रही थी।
जानकारी के अनुसार सेना के वाहन पर उग्रवादियों द्वारा हमले की घटना को फिल्माना था। इसके लिए सेवक पुल पर शूटिंग के लिए गाड़ी में विस्फोट कराने की योजना पहले नहीं थी । यह यह दृश्य सेवक इलाके में ही कहीं अन्यत्र फिल्माना था। जब शूटिंग की यूनिट सेवक पुल से गुजर रही थी तो आइडिया आया कि यहीं पर सेना पर उग्रवादी हमले के दृश्य की शूटिंग होनी चाहिए। शूटिंग टीम के सदस्यों को यह लोकेशन काफी अच्छा लगा। तत्काल ही पुलिस प्रशासन से फिल्म की शूटिंग की अनुमति मांगी गई। उन्हें यह अनुमति नहीं मिली। लेकिन फिल्म निर्माताओं को लोकेशन इतना पसंद आ गया था कि वह यही शूटिंग कर लेना चाहते थे । इसलिए बृहस्पतिवार को सुबह 6:00 का समय चुना गया। उस समय यहां से वाहनों की आवाजाही काफी कम होती है। दृश्य के मुताबिक सेना के जवान कार में पुल से गुजर रहे हैं और इसी दौरान उन पर उग्रवादी हमला हो जाता है। विस्फोट में गाड़ी को उड़ा दिया जाता है। शूटिंग के दौरान कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन अब यह मामला काफी तूल पकड़ चुका है । इस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
पुलिस तथा प्रशासन के तमाम आला अधिकारी छानबीन में जुटे हुए हैं । इस मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सेवक आउटपोस्ट पुलिस के प्रभारी डालिम अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है । पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में आईजी नार्थ बंगाल डीपी सिंह का कहना है कि बगैर अनुमति के ही पुल पर शूटिंग की गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है । कालिमपोंग थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। पूरे मामले की जांच जारी है। बता दें कि इस वेब सीरीज का नाम कलर है।