भारत ने रांची टेस्ट जीत लिया है। इसके साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज भी टीम इंडिया के नाम हो गई। सीरीज के चार मुकाबलों के बाद ही टीम इंडिया ने 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है। रांची टेस्ट में टीम इंडिया की जीत के नायक ध्रुव जुरेल रहे। उन्होंने इस टेस्ट को 5 विकेट से जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इस मुकाबले की दोनों पारियों में बल्ले से अहम रन निकाले। इस टेस्ट में टीम इंडिया के लिए वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
ध्रुव जुरेल के बल्ले ने टीम इंडिया की लाज बचाई। वह इस टेस्ट में ऐसे जमे रहे कि भारत को जीत दिलाकर ही लौटे। ठीक उसी तरह जिस तरह उनके पिता कारगिल युद्ध में डटे रहे थे। 25 साल पहले यानी 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध लड़ा गया था। ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह ने भी इस युद्ध में हिस्सा लिया था। वह भारतीय सेना में रह चुके हैं। वर्तमान में वह रिटायर्ड हैं, लेकिन कारगिल युद्ध में वह भारत की सीमाओं की सुरक्षा में डटे हुए थे।
रांची में पहली पारी में जब टीम इंडिया 177 रन पर 7 विकेट गंवा चुकी थी, तब जुरेल ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर छोटी-छोटी और अहम साझेदारियां करते हुए टीम इंडिया को 300 के पार पहुंचाया। ध्रुव जुरेल की पारी की बदौलत ही भारतीय टीम इंग्लैंड को चुनौती देने की स्थिति में आ पाई। भारत की पहली पारी में जुरेल ने 149 गेंद में 6 चौके और 4 छक्के जड़ते हुए 90 रन बनाए। इसके बाद दूसरी पारी में जब भारतीय टीम महज 120 रन पर 5 विकेट गंवाकर बैकफुट पर चली गई थी तो यहां से जुरेल ने शुभमन गिल के साथ मिलकर भारत को जीत दिलाई। जुरेल ने दूसरी पारी में नाबाद 39 रन जड़े।