दिवाली स्पेशल, पूनम ऋतु सेन। वर्ष का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली आने में केवल 1 सप्ताह बाकी है, ऐसे में सारे घरों और दुकानों में दिवाली की तैयारियां जोरों से चल रही है। इस त्योहार पर लोगों को मिलने-मिलाने, खुशियां बांटने और अपनों के साथ उत्सव मनाने का मौका मिलता है। दिवाली के लिए घरों में सफाई अभियान शुरू हो चुके हैं और कई लोग घर के कोने कोने को सजाने के लिए आईडिया ढूंढ रहे हैं। ऐसे में हम अपने पाठकों से कुछ ऐसे आइडियाज शेयर करने जा रहें हैं जिनमें कम से कम खर्च में अच्छा डैकोरेशन किया जा सके-
दीवाली पर घर सजाने की परंपरा सदियों से रही है जिसमें वक्त के साथ-साथ बेशक कई सारे बदलाव होते गए, लेकिन ये परंपरा बदली नहीं। तो क्यों न इस दिवाली उन्हीं पुरानी चीज़ों से करें अपने घर को रौशन। वही मिट्टी के दीये, आम की पत्तियां और गेंदे-गुलाब के फूलों से रंगोली बनाना। जितना भी वक्त या बजट हो, उसे अपने हिसाब से तय करें और शुरू करें घर की सजावट।
DIY दीये, रंगीन और सजावटी लुक में
छोटे-छोटे मिट्टी के दीये दीवाली की खास पहचान हैं। समय के साथ दीयों के डिज़ाइन और पैटर्न में बहुत बदलाव आ गया है। अब तो अलग-अलग रंगों, स्टाइल और साइज़ में दीये उपलब्ध हैं। पूजा के स्थान पर एक बड़ी थाली में दीयों की श्रृंखला सजाएं या फिर इन्हें स्टैंड में रखें, ये सुंदर दिखेंगे।
आजकल मिट्टी के हैंगिंग दीये स्टैंड भी मिलते हैं। रंगोली के ऊपर भी दीये सजाए जा सकते हैं। बालकनी, छत की मुंडेर या रेलिंग में पंक्तिबद्ध दीये रखें या सीढ़ियों में रखें, छोटे-छोटे टिमटिमाते दीये कई घंटे रोशनी देते रहेंगे। छोटे दीयों से एक गोल घेरा बनाएं और बीच में एक बड़ा दीया रखें। दीयों से सुंदर संदेश भी दिए जा सकते हैं। इन्हें इस तरह रखें कि शुभ दीवाली या स्वास्तिक के चिन्ह बन जाएं।
रंगोली
रंगोली दिवाली के पर्व पर एक मुख्य आकर्षण है। हर राज्य में इसे बनाने के तरीके अलग हैं। अब तो बाजार में रंगोली के कई डिज़ाइंस या पेपर रंगोली भी मिलती है, जिसे चिपका सकते हैं। मगर अपने हाथों से बनी रंगोली के बिना दीवाली फीकी है। फूल-पत्तियों का प्रयोग करें, रंगों से बनाएं या फिर गेरु और पिसे चावल के मिश्रण से डिज़ाइन तैयार करें, रंगोली हर रूप में सुंदर दिखती है। और कला में माहिर हों तो बाजार में रंगोली के डिज़ाइन वाले सांचे भी मिलते हैं, उनका प्रयोग करके कम समय में बेहतरीन डिज़ाइंस तैयार किए जा सकते हैं। घर के प्रवेश द्वार के सामने, पूजा घर या लीविंग रूम के कॉर्नर में रंगोली सजाएं। आजकल मार्केट में इसके लिए ऑर्गेनिक कलर्स मिलने लगे हैं।
लैंटर्न
लिविंग रूम या बॉलकनी में इस बार सुंदर लैंटर्न जरूर लगाएं। बाजार में सुंदर और कलात्मक लैंटर्न मिलने लगी हैं। स्टैंडर्ड आउटडोर लाइट्स के बजाय कुछ क्रिएटिव करें। सिंपल कागज़, हैंडीक्राफ्ट, फैब्रिक और झालरों से बनी रंग-बिरंगी लैंटर्न त्योहार में चार चांद लगा देंगी। चाहें तो इसे घर में बनाएं या फिर बाजार से खरीदें, दीवाली होम डेकोर का यह खास हिस्सा है।
बंदनवार
पहले फूल-पत्तियों और वेस्ट मैटीरियल से घर-घर में बंदनवार बनाए जाते थे। स्त्रियां रंग-बिरंगे कपड़ों की कतरनों, रंगीन पेपर्स, ऊनी व रेशमी धागों, फूल-पत्तियों से बेहद कलात्मक बंदनवार बनाया करती थीं। मगर चिंता की कोई बात नहीं, बाजार में बेहद खूबसूरत बंदनवार मिलते हैं। मुख्य प्रवेश द्वार या दरवाजे पर इन्हें जरूर लगाएं। बंदनवार, तोरण, फूल मालाएं या पेपर वर्क से बने हार दीवाली के त्योहार में चार-चांद लगा देते हैं।