कुछ दिनों बाद प्रदेश के सभी स्कूलों का ताला खुल जाएगा। निजी स्कूलों में बच्चों को लाने ले जाने के लिए बसों और अन्य वाहनों का उपयोग किया जाएगा। लिहाजा आरटीओ द्वारा पहले से ही सतर्कता बरतते हुए स्कूल बसों की फिटनेट जांच शुरू कर दी गई है। इस दौरान अनफिट बसों और वाहनों का मिलना जारी है। उन्हें ठीक करवाने के निर्देश के साथ जुर्माना भी लगाया जा रहा हैँ।
वही स्कूल खुलने से पहले धमतरी में आरटीओ ने निजी स्कूलों के बसों के फिटनेट की जांच की। इस दौरान करीब 70 बसे पहुंची थीं, जिनमें से कुछ बसों में कई तरह की खामिंया मिली हैं। ऐसे बसों पर परिवहन विभाग जुर्माना लगाने की बात कह रहे हैं।
धमतरी जिले में सौ से ज्यादा निजी स्कूल संचालित है। इनमें से अधिकांश स्कूलों के पास स्वयं की बस है। इसके माध्यम से स्कूली बच्चों को लाने ले जाने का काम किया जाता है। कुछ स्कूल संचालक पैसे बचाने के चक्कर में शासन के गाइडलाइन का पालन नहीं करते। इसका खामियांजा मासूम बच्चों को भुगतना पड सकता है।
इसे देखते हुए आरटीओ धमतरी ने कार्यालय में स्कूली बसों की फिटनेस जांच की। जांच के दौरान मिली खामियां को जल्द दूर कर फिर से जांच के लिए लाने के लिए कहा गया है।