उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में बैंक से कर्ज दिलवाने से मना करने पर बेटे और दो पोतों ने वृद्ध को अगवा कर गाड़ी से बांधकर सड़क पर घसीटा। इसके बाद वृद्ध की सांसें चलती देख लाठियों से इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई। उसका शव गांव की नहर के पास पड़ा मिला। पुलिस ने आरोपी चंद्रभान, उसके दोनों बेटों रिंकू और सचेंद्र समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
चिकासी थानाध्यक्ष हेमंत मिश्रा ने बताया कि चंद्रभान अपने पिता पर बैंक से कर्ज दिलवाने का दबाव बना रहा था, उनके मना करने इस वारदात को अंजाम दिया। 60 वर्षीय गया प्रसाद राजपूत के छोटे पुत्र जीवनलाल ने बताया कि रविवार रात पिता बरामदे में चारपाई पर लेटे थे। रात करीब डेढ़ बजे बड़ा भाई चंद्रभान, भतीजे रिकू, सचेंद्र और दो अज्ञात व्यक्ति पिता को तमंचा दिखाकर कार में बैठा घर से जबरन ले गए। शोर सुनकर वह जागा, लेकिन उसे भी तमंचा लगा दिया गया। सोमवार सुबह टहलने निकले युवकों ने गया प्रसाद का शव देख पुलिस को सूचना दी।
जीवनलाल ने बताया कि जब उसने नहर के पास शव देखा तो पिता के कपड़े फटे हुए थे और शरीर पर घिसटने व लाठियों से पीटे जाने के निशान थे। कुछ ग्रामीणों ने उसे बताया कि उसके पिता को गाड़ी में बांधकर घसीटा गया था। जीवनलाल के अनुसार रात के समय ही वह चिकासी थाने में शिकायत करने गया था, लेकिन पुलिस ने सुबह आने की बात कह कर उन्हें टरका दिया। यदि पुलिस सक्रियता दिखाती तो शायद घटना न होती। एएसपी अनूप कुमार ने बताया कि चंद्रभान व उसके बेटे रिंकू व सचेंद्र वृद्ध से जमीन पर ऋण लेने का दबाव बना रहे थे। रिकू अपराधिक प्रवृत्ति का है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है।