भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत ‘वायुवीरों” की भर्ती के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया। इस योजना को लेकर चले विरोध प्रदर्शन के उलट पंजीकरण के पहले दिन युवाओं ने भारी उत्साह दिखाया और शाम तक 3,800 से अधिक युवाओं ने भर्ती के लिए पंजीकरण किया। सेना और नौसेना ने भी अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर दी है और जल्द ही पंजीकरण की प्रक्रिया भी शुरू करेंगे।
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच वायुसेना में वायुवीरों की भर्ती के लिए पहले दिन हुआ पंजीकरण सरकार के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। वायुसेना में वायुवीरों की भर्ती के लिए आनलाइन पंजीकरण पांच जुलाई तक किया जा सकेगा। अग्निपथ योजना के एलान के बाद भर्ती की अधिसूचना वैसे तो तीनों सेनाओं की ओर से जारी हो गई है मगर आवेदन पंजीकरण की सबसे पहले शुरुआत वायुसेना ने की है।
पहले साल 17.5 से 23 वर्ष के युवाओं की होगी भर्ती
अग्निपथ स्कीम के तहत 17.5 से लेकर 21 वर्ष के युवाओं की तीनों सेनाओं में भर्ती की जाएगी लेकिन कोरोना के कारण अग्निवीरों की भर्ती के पहले साल उम्र सीमा में दो साल की छूट दी गई है और 23 साल तक के युवा आवेदन कर सकते हैं। अग्निवीरों को भर्ती के पहले साल हर महीने 30000 रुपए मिलेंगे जिसमें 9000 रुपये की कटौती कर उसे सेवा निधि फंड में डाला जाएगा और सरकार भी नौ हजार रुपये अपनी तरफ से इस निधि में जमा करेगी। चौथे और आखिरी साल में अग्निवीरों को 40 हजार रुपये प्रति महीने मिलेंगे जिसमें सेवा निधि फंड की कटौती 12,000 रुपये की होगी और सरकार इसी के बराबर रकम जमा करेगी। अग्निवीर चार साल बाद जब सेना से बाहर आएगा तो उसे सेवा निधि के रूप में 11.71 लाख रुपये मिलेंगे। चार साल बाद हर अग्निवीर बैच के 25 प्रतिशत लोगों को ही सेना में स्थायी नियुक्ति मिलेगी और इसके लिए उन्हें सेना की मानक प्रक्रियाओं की कसौटी पर खरा उतरना होगा।