दुर्ग । इस्टेन्ट पॉकेट मनी नामक एप व गोल्ड में निवेश के नाम पर आरोपियों ने प्रार्थी को अपने विश्वास में लेकर 40 लाख रुपये से अधिक रकम की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। जब प्रार्थी को अपने साथ हुए धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उसने इसकी शिकायत भट्टी थाना में दर्ज कराई। एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई भट्टी की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक आरोपी अभी फरार है। रेवेन्यू बी सेक्टर 1 भिलाई निवासी प्रार्थी जय प्रकाश चौहान पिता स्व. रमाकांत चौहान ने थाना भिलाई भट्टी में लिखित रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि शेखर पसीने, पंकज वर्मा, मुस्कान गुप्ता, अदनान शेख व शारीक खान द्वारा प्रार्थी को आईपीएम (इस्टेन्ट पाकेट मनी) नाम के एप के माध्यम से छात्रों को लोन उपलब्ध कराने के लिए पैसा निवेश करने के नाम पर तथा बैंकों में गिरवी रखे गोल्ड को बैंकों से सस्ते दामों में खरीदकर बाहर मार्केट में अच्छे दामों में बेचकर लाभ अर्जित करने का झांसा देकर अलग-अलग समय में विभिन्न खातों में रकम जमा करवाई गई थी। 21 दिसंबर 2019 से 20 जून 2021 के मध्य कुल 40,58,000 रुपए लेकर धोखाधड़ी की गई है। पुलिस ने धारा 420, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। धोखाधड़ी की उपरोक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव द्वारा धोखाधड़ी के मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी की रकम को तत्काल होल्ड कराने एवं आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने के संबंध में निर्देश प्राप्त हुए, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय धु्रव, नगर पुलिस अधीक्षक एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्धिकी के मार्गदर्शन में एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा तथा थाना प्रभारी भिलाई भट्टी निरीक्षक केके कुशवाहा के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्रवाई हेतु लगाया गया था। प्रार्थी के द्वारा रकम जमा कराये जाने के दौरान उपयोग में लाये गये विभिन्न बैंक खातों तथा आरोपियों द्वारा घटना के दौरान उपयोग में लाये गये मोबाइल नम्बरों का विस्तृत विश्लेषण किया गया। तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी शेखर पसीने, पंकज वर्मा, मुस्कान गुप्ता एवं अदनान शेख की वर्तमान में उपस्थिति सुनिश्चित की गई। आरोपी शेखर पसीने की उपस्थिति बिलासपुर में तथा शेष आरोपियों की उपस्थिति रायपुर में होना पता चला, जिसके आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु दोनों जगहों पर अलग अलग दो टीमें बनाकर रवाना किया गया। आरोपीगण अपनी उपस्थिति छिपाने हेतु लगातार स्थान परिवर्तित कर छिपने का प्रयास कर रहे थे परन्तु टीम द्वारा अथक लगन एवं मेहनत से आरोपी शेखर पसीने को बिलासपुर में तथा आरोपी पंकज वर्मा, मुस्कान गुप्ता एवं अदनान शेख को रायपुर से पकडऩे में सफलता प्राप्त हुई। पूछताछ करने आरोपियों ने बताया कि इनके द्वारा अपने एक अन्य साथी शारीक खान के साथ मिलकर आईपीएम (इस्टेन्ट पाकेट मनी) नाम का एप बनाकर छात्रों को शॉर्ट टाईम लोन उपलब्ध कराने के नाम पर निवेश करने के लिए प्रार्थी को तैयार कर तथा अदनान शेख को बैंक कर्मचारी होने से प्रार्थी से मुलाकात करवाकर बैंक से सामंजस्य होने का झांसा देकर, बैंकों में जमा गोल्ड को सस्ते दामों में खरीदकर बाहर अधिक दाम में बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमाने का झांसा देकर अपने विभिन्न खातों में रकमजमा करवाई जाती थी। करवाकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया।