रायपुर। राज्य के अचानकमार टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्रों में चराई पर नियंत्रण के लिए वन विभाग द्वारा पुख्ता प्रबंध की कार्ययोजना बनाई गई है। इसके तहत लमनी, अचानकमार तथा छपरवा में अस्थाई पशु संरक्षण गृह का निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण के लिए स्थानीय स्तर पर सूखी लकड़ियों को एकत्र कर कम से कम 2-2 हेक्टेयर का बाड़ा बनाया जाएगा। इसका संचालन समिति के माध्यम से किया जाएगा। टायगर रिजर्व के प्रत्येक परिक्षेत्र में रोजाना गश्त कर कोर क्षेत्रों में चराई कर रहे मवेशियों को पशु संरक्षण गृह लाया जाएगा। इसकी निगरानी संबंधित वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा की जाएगी।
इस संबंध में अवगत कराया गया है कि अभी बरसात के दौरान टायगर रिजर्व के आस-पास के ग्रामों से दैहान को कोर क्षेत्र में प्रायः चराई के लिए लाया जाता है। इससे टायगर रिजर्व के शाकाहार पशुओं के ऊपर चारा के लिए दबाव बढ़ जाता है। साथ ही इससे बीमारियों की आशंका भी बनी रहती है। इससे निपटने के लिए उक्त कार्ययोजना बनाई गई है।