महंगाई के बीच विभिन्न् देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत दरों को लेकर सख्ती बरते जाने का असर सोमवार को शेयर बाजार पर दिखाई दिया। 30 शेयरों वाला शेयरों सेंसेक्स 1,023.63 अंक या 1.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,621.19 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 302.70 अंक या 1.73 प्रतिशत गिरकर 17,213.60 पर बंद हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 5.82 लाख करोड़ रुपये कम हो गया। तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स अब तक 1,937.14 अंक गिर चुका है।
सेंसेक्स चार्ट में सबसे ज्यादा 3.65 प्रतिशत गिरावट एचडीएफसी बैंक में देखी गई। एलएंडटी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक और विप्रो भी लाल निशान पर बंद हुए। केवल पांच काउंटर हरे रंग में बंद होने में कामयाब रहे। इसमें पावरग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एसबीआइ और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। पांच राज्यों में हो रहे चुनाव को देखते हुए घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव को देखने को मिल रहा है। एफआइआइ की बिक्री और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण भारी गिरावट देखी जा रही है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ‘रिजर्व बैंक और दूसरे देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत दरों में बदलाव की संभावना को देखते हुए बाजार में उतार-चढ़ावा जारी रहने की संभावना है।” सोमवार से एमपीसी की बैठक शुरू होनी थी, लेकिन महान गायिका लता मंगेशकर के निधन के चलते दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा होने से अब यह मंगलवार से शुरू होगी। स्टाक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेश्ाकों (एफआइआइ) ने शुक्रवार को 2,267.86 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।