मध्य प्रदेश के बैतूल के भैंसदेही में पहली बार पहुंचे कलेक्टर अमनबीर सिंह का रास्ता एक छात्रा ने रोक लिया। छात्रा उनके वाहन के सामने सड़क पर बैठकर अपनी समस्या के निराकरण करने की गुहार लगा दी। इस अनूठे विरोध को देखकर कलेक्टर भी चौंक गए। वे तत्काल छात्रा के पास पहुंचे और उससे बात कर जल्द ही समस्या का समाधान कराने का भरोसा दिया। कलेक्टर ने छात्रा को खुद का मोबाइल नंबर देकर कहा कि 10 दिन में समस्या का हल न हो तो संपर्क करना। इसके बाद छात्रा सड़क से उठी और कलेक्टर वाहन में बैठकर चले गए।
भैंसदेही निवासी पूजा मालवीय ने वर्ष 2019 में शासकीय कन्या स्कूल में कक्षा 12वीं में नियमित छात्रा के रूप में पढ़ाई की और परीक्षा दी थी, जब उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल से अंकसूची दी गई तो स्वाध्यायी बता दिया गया। पूजा ने कलेक्टर को बताया कि वह अकेली इस गड़बड़ी का शिकार नहीं हुई, बल्कि 33 छात्राएं हैं, जिन्हें नियमित होने के बाद भी स्वाध्यायी बताया गया। पूजा के साथ अन्य छात्राओं ने जनसुनवाई में पहुंचकर समस्या बताई थी, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने के कारण कलेक्टर के वाहन के सामने रास्ता रोककर बैठ गई।