विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ रही हैं। उनके एक प्रमुख सहयोगी ने दावा किया है कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान सरकार में शामिल गठबंधन के कुछ सहयोगी साथ छोड़ सकते हैं।
पिछले हफ्ते संसद में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर इसी महीने मतदान हो सकता है और इसके जरिये विपक्ष इमरान को सत्ता से बेदखल कर सकता है। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल चार दलों में से एक के प्रमुख परवेज इलाही ने टीवी चैनल हम से बातचीत में कहा, ‘वह शतप्रतिशत खतरे में हैैं।” निचले सदन में 20 सीटों पर काबिज चारों दलों का हवाला देते हुए अनुभवी नेता ने कहा, ‘सभी का विपक्ष के प्रति झुकाव है।” इन दलों के सहयोग के बिना इमरान की पार्टी सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर पाएगी। सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के निचले सदन में 155 सदस्य हैैं, जबकि बहुमत के लिए 172 मतों की जरूरत होगी। इमरान के मंत्रियों का दावा है कि इलाही गठबंधन से बाहर नहीं होंगे, जबकि अन्य दलों का कहना है कि वे विकल्पों पर गौर कर रहे हैैं। इलाही की पार्टी के प्रवक्ता ने फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पाकिस्तान के विपक्षी दल इमरान खान पर व्यवस्था को नहीं संभाल पाने और अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहते हैैं। प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के निचले सदन में 163 सदस्य हैैं।