रायपुर। असम में रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनावी सभा में जमकर गरजे। बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर जमकर वार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सिर्फ तोड़ने का काम करती है। देश में अगर जोड़ने वाली ताकत का कोई नेतृत्व कर रहा है, तो वो राहुल गांधी हैं। जबकि बीजेपी तोड़ने वाली ताकतों का नेतृत्व कर रही है। भूपेश बघेल ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा पूछती है कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया? मैं उसका जवाब देना चाहता हूं, कांग्रेस ने 70 साल में देश को जोड़ने का काम किया, यहां की एकता, अखंडता को बनाये रखने का काम किया, कांग्रेस ने 70 साल में अगर कुछ नहीं किया, तो जो रेलवे स्टेशन बनाया गया है, क्या तुम्हारे दादाजी ने बनाया है, जो एयरपोर्ट बेच रहे हो वो क्या तुम्हारे नाना ने बनवाया था, जो आॅयल कंपनी बेच रहे हो, क्या तुम्हारे काका के दहेज में आया था, 70 साल में कांग्रेस ने जोड़ने का काम किया और बीजेपी बेचने का काम कर रही है, ये जुमलों की पार्टी है जो सिर्फ ठगने का काम करती है।
बीजेपी का बस एक ही काम है, राम नाम जपना और पराया माल अपना
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि बीजेपी का बस एक ही काम है, राम नाम जपना और पराया माल अपना। ये पार्टी सिर्फ ठगना जानती है। 5 साल पहले यहां बीजेपी आयी थी, बोली थी चाय बगान मजदूरों की मजदूरी बढ़ा दी जायेगी। ब्रह्मपुत्र नदी के दोनों तरफ एक्सप्रेस वे बनेगा, कुछ नहीं बना। दूसरी तरह राहुल जी है, जो बोलते हैं, वो करते हैं। राहुल जी दो साल पहले छत्तीसगढ़ गये, बोले- किसानों की कर्जमाफी होगी, 2500 रुपये में धान खरीदी होगी, उद्योगों के लिए अधिगृहित जमीन वापसी होगी। राहुल जी शपथ ग्रहण में आये थे, वो दिल्ली पहुंचे भी नहीं थे कि हमने 19 लाख किसानों के 10 हजार करोड़ रुपये के कर्जमाफ कर दिये। आदिवासियों की 4200 एकड़ जमीन हमने वापस कर दी, इसलिए कहता हूं आप राहुल जी पर विश्वास कीजिये और असम के लिए तरक्की के रास्ते खोलिए।
कोई भी ताकत असम को नहीं तोड़ सकती: राहुल
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के शिवसागर में रविवार को आयोजित रैली में कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत असम को तोड़ नहीं सकती है। इस दौरान, कांग्रेस नेता ने अपने गले में एक गमछा भी पहन रखा था, जिस पर सीएए लिखा हुआ था और उसे क्रॉस से कट किया गया था। उन्होंने दावा किया कि राज्य में किसी भी सूरत में सीएए को लागू नहीं होने देंगे। मालूम हो कि असम में कुछ महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जो भी असम समझौते को छूने या नफरत फैलाने की कोशिश करेगा, कांग्रेस पार्टी और असम के लोग उन्हें एक साथ सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असम के लोगों को एकजुट किया है। इससे पहले हिंसा के चलते इस बात की कोई गारंटी नहीं हुआ करती थी कि कोई व्यक्ति जनसभा से घर वापस लौट पाएगा कि नहीं। मैं और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता असम समझौते के सिद्धांतों की रक्षा करेंगे।