उत्तर प्रदेश के लखनऊ में खेल-खेल में डेढ़ साल के मासूम ने मोतियों की माला निगल ली। इस माला में 65 मोतियां थीं। माला निगलने के बाद बाद बच्चे को उल्टियां होने लगीं। बच्चा जब लगातार रोए जा रहा था तो डॉक्टर के पास ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच की तो चुंबक आपस में चिपके दिखाई दिए। बाद में ऑपरेशन कर डॉक्टर ने बच्चे की जान बचाई।
चार दिन पहले लखनऊ के डेढ़ साल के मासूम को उल्टियां शुरू हो गईं। परिवार वाले कुछ समझ नहीं पाए। बाद में उसे गोमतीनगर विशालखंड स्थित निजी अस्पताल में बच्चे को लेकर गए। यहां डॉ. सुनील कनौजिया ने एक्सरे कराई तो पेट में मोतियों की माला दिखी। जिस पर परिवार वालों को भरोसा नहीं हुआ। उसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन का फैसला किया।
डॉ. सुनील कनौजिया के मुताबिक पेट में चीरा लगाया गया तो उसमें उपकरण चिपकने लगे, तब चुंबक के मोतियों की जानकारी हुई। लोहे के उपकरण से मोतियों की खोज शुरू की तो आंतों में चुंबक के मोती आपस में चिपक गए थे। इससे आंतों की चाल गड़बड़ा गई। मोती छोटी और बड़ी आंत में पहुंच चुके थे। जो आपस में चिपक गए थे। छोटी आंत पांच और पेट के पीछे हिस्से में एक सुराख हो गया था। पांच घंटे चले ऑपरेशन के बाद सभी चुंबक के मोतियों को निकालने में कामयाबी मिली। बच्चा अब पूरी तरह से सेहतमंद है। अब वह खाना भी खा पा रहा है।