इसरो ने चंद्रयान से लोगों को चांद की झलक दिखाई है। इसरो ने चंद्रमा का एक वीडियो शेयर किया है। यह वीडियो चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के एलपीडीसी द्वारा कैप्चर किया गया है। इसे 15 अगस्त को कैप्चर किया गया था। ठस् वीडियो में चांद पर गड्ढे दिख रहे हैं। इसरो ने नया वीडियो ट्वीट कर लिखा है कि लैंडर के कैमरे ने वीडियो भेजा है। इस बीच, चंद्रयान-3 ने एक और पड़ाव पार कर लिया। लैंडर मॉड्यूल ने सफलतापूर्वक डिबूस्टिंग ऑपरेशन किया। इसके साथ ही इसकी कक्षा 113 किमी x 157 किमी तक कम हो गई। दूसरा डिबूस्टिंग ऑपरेशन 20 अगस्त को 2 बजे होगा।
इसरो द्वारा शेयर की तस्वीरों में 15 अगस्त को लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा द्वारा ली गईं तस्वीरें हैं। हालांकि इसमें 17 अगस्त को प्रणोदन मॉड्यूल से लैंडर मॉड्यूल के अलग होने के ठीक बाद लैंडर इमेजर कैमरा-1 द्वारा ली गईं तस्वीरें भी शामिल हैं। लैंडर मॉड्यूल में लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान हैं, जो अब ऐसी कक्षा में उतरने के लिए तैयार हैं जिससे यह चांद की सतह के और करीब आ जाएगा। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग 23 अगस्त को होगी।
600 करोड़ रुपये की लागत वाले चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को चांद के दक्षिणी ध्रुव तक की 41 दिन की यात्रा पर रवाना किया गया था। चंद्रयान-3 से पहले भेजा गया चंद्रयान-2 सात सितंबर 2019 को सॉफ्ट लैंडिंग करने में असफल रहा था। चंद्रयान-3 का उद्देश्य भी चंद्र सतह पर सुरक्षित साफ्ट लैंडिंग करने, चांद पर रोवर के घूमने और वैज्ञानिक प्रयोग करने का है।