आसमान में 397 साल बाद सोमवार को फिर अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। दरअसल आज बृहस्पति और शनि एक-दूसरे के बेहद नजदीक आ जाएंगे। सौरमंडल में एक बड़ी खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। बृहस्पति और शनि दोनों ग्रह इससे पहले 17वीं शताब्दी में महान खगोलविद गैलीलियो के जीवनकाल में इतने पास आए थे। इस खगोलीय घटना को लोग सूर्यास्त के बाद लोग बिना किसी उपकरण की मदद के देख सकते हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक सौरमंडल में दो बड़े ग्रहों का नजदीक आना बहुत दुर्लभ नहीं है। बृहस्पति ग्रह अपने पड़ोसी शनि ग्रह के पास से प्रत्येक 20 साल पर गुजरता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दोनों ग्रहों के बीच उनके नजरिए से सिर्फ 0.1 डिग्री की दूरी रह जाएगी। अगर मौसम की स्थिति अनुकूल रही है तो ये आसानी से सूर्यास्त के बाद दुनिया भर से देखे जा सकते हैं। यह घटना 21 दिसंबर 2020 को होने जा रही है। यह साल का सबसे छोटा दिन माना जाता है।
वांदरबिल्ट विश्वविद्यालय में खगोलशास्त्री और प्रोफेसर डेविड वेनट्रॉब ने कहा कि मेरा मानना है कि यह घटना आम तौर पर किसी व्यक्ति के जीवन में एक ही बार आता है। इससे पहले जुलाई, 1623 में दोनों ग्रह इतने करीब आए थे, लेकिन सूर्य के नजदीक होने की वजह से उन्हें देख पाना लगभग असंभव था। वहीं, उससे पहले मार्च, 1226 में दोनों ग्रह करीब आए थे और इस घटना को धरती से देखा जा सकता था। इसके बाद से अब तक पहली बार हो रहा है जब यह खगोलीय घटना हो रही है और इसे देखा भी जा सकता है।