
बिलासपुर – 24 सितंबर, 2024
भारतीय रेलवे ने चलती ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्वदेशी तकनीक “कवच” नामक एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली विकसित की है। यह प्रणाली ट्रेनों के संचालन की निगरानी करती है और सिग्नल एवं स्पीड से संबंधित दुर्घटनाओं को रोकने में सक्षम है।
उपलब्धियां:
- 130 टावरों की स्थापना
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78 कवच भवनों का निर्माण
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178 सिग्नलिंग इंटरफेस और एक आईपी एमपीएलएस नेटवर्क की स्थापना
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87 लोको कवच सिस्टम, 130 स्टेशन कवच यूनिट और 48 रिमोट इंटरफेस यूनिट को कवच 4.0 के साथ एकीकृत किया गया
विशेषताएं और लाभ:
- रेल संरक्षा में बढ़ोतरी और दुर्घटनाओं में कमी
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ट्रेन की गति का स्वत: नियंत्रण
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परिचालन दक्षता में सुधार
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समयपालन और सटीकता में वृद्धि
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‘सिग्नल पासिंग एट डेंजर’ की रोकथाम
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कोहरे में सुरक्षित संचालन
ट्रेनों का संचालन स्टेशन मास्टर और ड्राइवरों द्वारा किया जाता है, जिसमें गलती की संभावना रहती है। “कवच” प्रणाली इस कमी को पूरा करती है, और यदि ड्राइवर स्पीड कंट्रोल या ब्रेक लगाना भूलता है, तो यह प्रणाली स्वत: ट्रेन को नियंत्रित करती है।
मार्च 2022 में रेल मंत्री द्वारा इस तकनीक का सफल परीक्षण किया गया था, और अब नागपुर-झारसुगुड़ा सेक्शन पर इसका कार्य प्रगति पर है।