रायपुर । छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की अप्रेल में होने वाली 10वीं बोर्ड परीक्षा में इस एक इतिहास बनने जा रहा है। इस परीक्षा में 11 वर्ष 4 महीने का लिवजोत सिंह अरोरा भी बैठेगा। लिवजोत, दुर्ग के माइल्डस्टोन स्कूल की 5वीं कक्षा में पढ़ता है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बच्चे का आईक्यू टेस्ट कराने के बाद परीक्षा की अनुमति दे दी है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला मामला है, जब 12 वर्ष से कम उम्र का कोई विद्यार्थी 10वीं बोर्ड की परीक्षा में बैठा हो। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रो. वीके गोयल ने बताया, लिवजोत सिंह अरोरा पिता गुरविंदर सिंह अरोरा ने 2020-21 में कक्षा 10वीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति के लिए आवेदन किया था। छात्र अभी दुर्ग के एक स्कूल में 5वीं में पढ़ता है। छात्र का शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग से आईक्यू टेस्ट भी करवाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक छात्र का कद लेवल 16 वर्ष की उम्र के बराबर है। आईक्यू टेस्ट के आधार पर छात्र कक्षा 10वीं बोर्ड की परीक्षा में सम्मिलित होना चाहता है। छात्र का आवेदन मंडल की परीक्षा और परीक्षाफल समिति में पेश किया गया। समिति के सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श करने के बाद विशेष प्रकरण मानकर छात्र को 2020-21 की कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित करने का निर्णय लिया। अब समिति के निर्णय के आधार पर छात्र को कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। बताया जा रहा है, वर्ष 2013 में भी माध्यमिक शिक्षा मंडल ने एक छात्र को 10वीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी थी। उसकी उम्र 12 वर्ष 9 महीने थी।