, यहां से जाएंगे सक्ती को जिला बनाने
रायपुर। छत्तीसगढ़ का राजनीतिक-प्रशासनिक मानचित्र पूरी तरह बदलने जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो नवगठित जिलों का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। वह मनेंद्रगढ़ पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां प्रदेश के 32वें जिले मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर का उद्घाटन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन में कई विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। इसके बाद वे 33वें जिले सक्ती का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री रोड शो और जनसभा भी करने वाले हैं। इन जिलों के गठन की अधिसूचना गुरुवार को ही जारी कर दी गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त 2021 को इन दोनों जिलों के गठन की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री 9 सितम्बर को सवेरे 10.30 बजे बिलासपुर के सकरी स्थित जैन इंटरनेशनल स्कूल से हेलीकाप्टर में मनेंद्रगढ़ के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री वहां प्रदेश के नवगठित 32वें जिले मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का उद्घाटन किया। अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन भी किया । इसके बाद रोड शो और आम सभा होगी। मुख्यमंत्री 1.55 बजे मनेन्द्रगढ़ से सक्ती के लिए रवाना हो जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर बाद 2.40 बजे से 4.40 बजे तक सक्ती में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेंगे। यहां पहले स्टेडियम से पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक रोड शो होगा। वहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय का उद्घाटन होगा। उसके बाद मुख्यमंत्री बड़ादेव स्थापना और महापूजन कार्यक्रम में भाग लेंगे। उसके बाद सक्ती के कलेक्टर कार्यालय का उद्घाटन होगा। मुख्यमंत्री एक जनसभा को संबोधित कर योजनाओं का लोकार्पण और भूमि पूजन करने वाले हैं। फिर हेलीकाप्टर से शाम 4.45 बजे रायपुर के लिए उड़ान भरेगा।
मनेंद्रगढ़ में 200 करोड़ से अधिक के काम
अधिकारियों ने बताया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लिए 200 करोड़ 73 लाख रुपए की राशि के 15 कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण करेंगे। जिसमें 187 करोड़ 04 लाख 66 हजार के नौ कार्यों का भूमि पूजन होना है। वहीं 13 करोड़ 68 लाख 57 हजार के छह कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित योजनाओं से लोगों को सामग्री आदि का वितरण भी किया जाना है।
सक्ती के लिए 153 करोड़ रुपए का काम
मुख्यमंत्री शुक्रवार को सक्ती के शासकीय क्रान्ति कुमार भारतीय महाविद्यालय परिसर में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इस दौरान 153 करोड़ 6 लाख रुपए के 309 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन होना है। इसमें 85 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत के 296 कार्यों का भूमिपूजन होगा। वहीं 67 करोड़ 85 लाख 99 हजार रुपए की लागत के 13 कार्यों का लोकार्पण होना है।
कोरिया से अलग होकर बना है मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर
नये जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को कोरिया जिले से अलग कर बनाया गया है। इसकी सीमाएं उत्तर में मध्य प्रदेश के सीधी जिले की कुसमी तहसील, मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला, दक्षिण में कोरबा जिले की पोड़ी-उपरोड़ा और सूरजपुर की रामानुजनगर तहसील आएगी। पूर्व में कोरिया की बैकुण्ठपुर और सोनहत तहसील। पश्चिम में जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और मध्य प्रदेश का अनूपपुर और शहडोल जिला आएगा। इस जिले की अनुमानित जनसंख्या चार लाख 11 हजार 515 है। इसमें उपखंड मनेन्द्रगढ़, तहसील मनेन्द्रगढ़ एवं केल्हारी तथा उपखंड भरतपुर, तहसील भरतपुर तथा उपखंड खड़गंवा-चिरमिरी, तहसील खड़गंवा को शामिल किया गया है।
सक्ती पहले से शिक्षा जिला था, अब प्रशासनिक मुख्यालय भी
जांजगीर-चांपा का सक्ती शिक्षा विभाग के लिए पहले से ही जिला था। अब यह प्रशासनिक जिला भी बन गया है। नए जिले में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल होंगी। इसके उत्तर में कोरबा जिले की करतला तहसील, दक्षिण में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का सारंगढ़, पूर्व में रायगढ़ जिले का खरसिया और पश्चिम में जांजगीर-चांपा जिले के सारागांव, बम्हनीडीह तहसील आएगी। जिले का कुल क्षेत्रफल एक लाख 51 हजार 976 वर्ग किलोमीटर है। 2011 जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 6 लाख 47 हजार254 है। इसमें कुल गांवों की संख्या 465 है।