कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी नेताओं को हिंदुत्व की बहस में नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि यह पार्टी की मूल विचारधारा से मीलों दूर है। तिवारी ने जोर देकर कहा कि पार्टी को अपनी मूल विचारधारा पर टिके रहना चाहिए और उससे हटना नहीं चाहिए, क्योंकि अतीत में पार्टी नेताओं ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए नरम हिंदुत्व की विचारधारा पर चलने का प्रयास किया था।
उन्होंने कहा कि उदारवाद और पंथनिरपेक्षता में विश्वास करने वाले लोगों को ही कांग्रेस में रहना चाहिए। अगर आप धर्म को राजनीति का हिस्सा बनाना चाहते हैं तो आपको दक्षिणपंथी पार्टियों में होना चाहिए। पंथनिरपेक्षता में विश्वास करने वाली कांग्रेस में नहीं। बाद में एक ट्वीट में तिवारी ने कहा कि हिंदुवाद और हिंदुत्व की बहस में कांग्रेस में कुछ लोग बुनियादी बिंदु चूक से जाते हैं। अगर मुझे लगता है कि मेरी धार्मिक पहचान मेरी राजनीति का आधार होना चाहिए तो मुझे बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक राजनीतिक पार्टी में होना चाहिए। मैं कांग्रेस में हूं क्योंकि मैं नेहरूवादी आदर्श में विश्वास करता हूं कि धर्म निजी कार्य है।