कोविड-19 से पूरी दुनिया में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की ज्यादा मौत हुई है। पुरुषों में गंभीर संक्रमण का खतरा क्यों अधिक होता है और मृत्यु दर क्यों बढ़ जाती है, इस बारे में विज्ञानियों को नए साक्ष्य मिले हैं। कोविड-19 को लेकर नर और मादा चूहों पर किए गए अध्ययन में नई जानकारी सामने आई है।
इंटरनेशनल जर्नल आफ मालिक्यूलर साइंसेज में प्रकाशित शोध के अनुसार, कोरोना फेफड़ों के ऊतकों की जगह महिलाओं के वसा ऊतक पर आसानी से हमला करता है। अमेरिका के हैकेंसैक मेरिडियन सेंटर फार डिस्कवरी एंड इनोवेशन (सीडीआई) की ज्योति नागज्योति ने कहा कि मादा चूहों में वसा ऊतक वायरस के लिए तरल पदार्थ इकट्ठा करने का काम करता है। इस प्रकार फेफड़ों को अधिक वायरल भार से बचाता है।
यह फेफड़े में प्रतिरक्षा कोशिकाओं में घुसपैठ और प्रो साइटोकिन्स की सक्रियता के कारण फेफड़े को कम नुकसान होता है। नागज्योति ने लैब में चूहों के माडल के माध्यम से मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को दिखाया कि कोविड-19 से संक्रमित होने के दौरान महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक वसा खो दी। अध्ययन में पाया गया कि पुरुषों के फेफड़ों में अधिक वायरस थे, जबकि महिलाओं के वसा ऊतक में अधिक वायरस पाए गए। पूर्व के अध्ययन में यह बात सामने आ चुकी है कि वायरस महिलाओं की तुलना में पुरुषों के फेफड़ों में तेजी से घुसपैठ कर उन्हें क्षतिग्रस्त करता है।