दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के स्कूल में पढ़ाने वाला शिक्षक हरदेश और नक्सली संगठन में ही काम करने वाली उसकी पत्नी आसमती ने सरेंडर कर दिया। दोनों भागे-भागे पुलिस के पास पहुंचे थे। हरदेश की पत्नी आसमती गर्भवती थी और नक्सली नहीं चाहते थे कि वह बच्चे को जन्म दे। ऐसे में अपने बच्चे को बचाने के लिए दोनों ने विचारधारा बदली। प्रदेश में नक्सलियों से जुड़ा अपनी तरह का पहला मामला सामने आया है। आसमती ने कहा- मेरे गर्भ में पल रहे बच्चे को बचाने मेरे पति का साथ मिला। बहुत खुश हूं। हम अब अच्छे से जीवन गुजारेंगे।