यूक्रेन को रूस के साथ युद्ध जारी रखना चाहिए। युद्ध की समाप्ति के लिए रूस के साथ बातचीत को यूक्रेन की कमजोरी का संकेत माना जाएगा। यह बात यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन के प्रमुख ने कही है जिसे इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है।
2022 का नोबेल शांति पुरस्कार यूक्रेन के संगठन सेंटर फार सिविल लिबर्टीज, रूस के मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और जेल में बंद बेलारूस के मानवाधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालित्स्की को दिया गया है। यह पुरस्कार शनिवार को ओस्लो में आयोजित समारोह में दिया जाएगा। यूक्रेन में युद्ध की समाप्ति के लिए बातचीत की बढ़ती संभावना पर यूक्रेनी संगठन के प्रमुख ओलेक्जेंडर मात्विचुक ने कहा, हम कब्जे वाले इलाकों में रह रहे अपने लोगों को मरने और उत्पीड़न झेलने के लिए नहीं छोड़ सकते। इसलिए पश्चिमी देशों को चाहिए कि वे प्रतिरोध और रूस के कब्जे वाले इलाकों को मुक्त कराने में यूक्रेन का साथ दें। यह सहयोग क्रीमिया और पूर्वी यूक्रेन के सहित सभी इलाकों को मुक्त कराने के लिए दिया जाना चाहिए।
पूर्व में मिले धोखे के बावजूद पुतिन वार्ता को तैयार
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन को लेकर रूस भविष्य में बातचीत में शामिल हो सकता है लेकिन इस बारे में भूतकाल का उनका अनुभव अच्छा नहीं है। तब समझौते में शामिल पक्ष अपने वचन से पीछे हट गए थे और उन्होंने रूस को धोखा दिया था। पुतिन ने कहा कि 2014-15 में वार्ता के बाद हुआ मिस्क समझौता इसका उदाहरण है। इस समझौते में जर्मनी और फ्रांस भी शामिल थे। यह समझौता यूक्रेन और पूर्वी यूक्रेन पर कब्जा किए विद्रोहियों के बीच हुआ था। लेकिन बाद यह समझौता कायम नहीं रह सका।