राष्ट्रीय लोक सेवक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि उन पर देश की बड़ी जिम्मेदारी है। उनके हर निर्णय का आधार सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों का बहुत महत्व होता है। हर दल की अपनी विचारधारा होती है। संविधान ने हर दल को अधिकार दिया है, लेकिन नौकरशाह के तौर पर, एक कर्मचारी के तौर पर अब आपको हर निर्णय में कुछ सवालों का अब अवश्य ध्यान रखना पड़ेगा। आखिर जो राजनीतिक दल सत्ता में है वे टैक्सपेयर का पैसा देशहित में लगा रहा है या उसका कहां इस्तेमाल कर रहा है? कहीं देश का धन लुटाया तो नहीं जा रहा है। इसलिए अधिकारी राजनीतिक दलों पर रखें ध्यान नहीं तो देश लुट जाएगा।
मोदी ने सिविल सेवा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘राष्ट्र प्रथम नागरिक प्रथम’ के ध्येय वाक्य को सूत्र मानकर काम करती है। देश ने नौकरशाहों को बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और उन पर भरोसा किया है। नौकरशाहों को भी इस भरोसे को कायम रखते हुए अपने सभी फैसलों के केंद्र में केवल और केवल राष्ट्रहित को रखना चाहिए। आज मैं भारत की ब्यूरोक्रेसी से, भारत के हर सरकारी कर्मचारी से, चाहे वो राज्य सरकार में हो या केंद्र सरकार में, एक आग्रह करना चाहता हूं कि देश ने आप पर बहुत भरोसा किया है, आप को मौका दिया है, इस भरोसे को कायम रखिए। आपकी सर्विस में आप के निर्णय का आधार सिर्फ और सिर्फ देशहित होना चाहिए।