
कभी-कभी हमारे मन में नित विचारों के अंबार लगे रहते हैं। किसी काम को करते हुए अक्सर हमारा ध्यान कहीं अलग ही दिशा में चला जाता है और हम उस काम को ठीक तरीके से पूरा नहीं कर पाते हैं।
ऐसी स्थिति में हमें मन को एकाग्र करने की आवश्यकता है और ये एकाग्रता हमें ध्यान और आत्मविश्लेषण से प्राप्त हो सकता है।
इसके लिए हमें अपनी दौड़भाग भरी दिनचर्या में स्वयं के लिए 10 मिनट अवश्य निकालना चाहिये और नियमित रूप से ध्यान करना चाहिए ताकि हम अपना मन केंद्रित कर कार्य को ठीक तरीके से पूरा कर सकें।