किसानों के मसले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्ष मार्च निकालने वाला था। मगर इसकी अनुमति उन्हें नहीं दी गई। दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस कार्यलय के आस-पास धारा 144 लगा दी है। कांग्रेस की योजना राहुल गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिंडल लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षरों वाला ज्ञापन सौंपने का था। उधर, किसानों को दिल्ली की सड़कों पर डटे एक माह होने को है। मगर कृषि कानूनों सरकार की ओर से दिए गए नए संशोधनों का प्रस्ताव भी किसानों ने ठुकरा दिया है। उनका कहना है कि सरकार बिना शर्त बातचीत की टेबल पर आए। साथ ही अब तीनों कानून वापसी की मांग की जा रही है।
बुधवार को किसान संघ ने केंद्र की तरफ से भेजे गए बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। अब खींचतान कितनी लंबी चलेगी यह किसी को समझ नहीं आ रहा है। दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने दावा किया कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक हम हटेंगे नहीं, इसके लिए चाहे 10 साल लग जाएं।
वहीं किसानों संगठनों की ओर से आज फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। किसान नेता दोपहर 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें आंदोलन का कारण बताएंगे। किसान मोर्चा की ओर से अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है, ताकि अगर लोगों के कुछ सवाल हो तो वो जवाब दे सकें।