बूचा में नरसंहार की भयावह तस्वीरें सामने आने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की ने कहा कि यह अक्षम्य अपराध है लेकिन संकट के समाधान के लिए रूस के साथ बातचीत करना ही एकमात्र विकल्प है। वहीं रूसी सेना यूक्रेन के दक्षिण-पूर्व में जोरदार हमले की तैयारी कर रही थी। बूचा में रूसी सैनिकों द्वारा कथित रूप से बड़े पैमाने पर मारे जाने से दुनिया भर में भारी आक्रोश पैदा हो गया है। कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध और बढ़ाने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिकवजह है कि राजधानी कीव के आसपास के श्ाहरों से रूसी सेना वापस जा रही है। रूसी सैनिकों के जाने के बाद ही इन इलाकों में नागरिकों के श्ाव सामने आए।
जनरल स्टाफ ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि रूसी सेना ने अब डोनेस्क और लुहांस्क क्षेत्रों में पोपासना और रुबिझने शहर और मारियुपोल के काला सागर बंदरगाह पर कब्जा करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
डोनेस्क और लुहांस्क रूस समर्थित अलगाववादियों द्वारा नियंत्रित हैं। रूस ने इन क्षेत्रों को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे रखी है। जनरल स्टाफ ने कहा कि यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर, पूर्व में खार्कीव तक पहुंच अवरुद्ध कर दी गई है। बयान में कहा गया कि दुश्मन सैनिकों को फिर से इकट्ठा कर रहा है और हमारे देश के पूर्व में एक आक्रामक अभियान शुरू करने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उसका लक्ष्य डोनेस्क और लुहांस्क क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करना है।