रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन व पश्चिमी देशों पर अपने राष्ट्र को बर्बाद करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कीव को धमकाया कि उसे मास्को की मांगें मान लेनी चाहिए अथवा रूसी सैनिक युद्ध के जरिये उन्हें मनवा लेंगे। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि यूक्रेन को रूस के लिए सैन्य खतरे को समाप्त करना चाहिए अन्यथा रूसी सेना इस मुद्दे का समाधान कर देगी।
लावरोव ने यह टिप्पणी पूर्वी यूक्रेन में जारी भीषण युद्ध के बीच की। एक दिन पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वह समझौते के लिए तैयार हैं, लेकिन मास्को की शर्तों के अनुरूप। इसमें रूस द्वारा जीते गए यूक्रेनी क्षेत्र के पांचवें हिस्से को मान्यता देने की मांग शामिल है।
रूसी विदेश मंत्री के हवाले से सरकारी समाचार एजेंसी तास ने अपनी रिपोर्ट में कहा,”हमारे प्रस्ताव में विसैन्यीकरण व क्षेत्र को नाजीमुक्त करना, रूसी सैनिकों की वापसी के दौरान संभावित खतरों को समाप्त करना व जीती गई धरती को अपने देश में मिलाना शामिल है। शत्रु इन शर्तों से अच्छी तरह वाकिफ हैं।”
रिपोर्ट के अनुसार, “यह किसी से छिपा नहीं है कि अमेरिका व नाटो रूस को युद्धक्षेत्र में हराना चाहते हैं। वे देश की प्रणाली कमजोर करना या पूरी तरह बर्बाद कर देना चाहते हैं।” लावरोव ने दोहराया कि पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने के लिए युद्ध में यूक्रेन की मदद कर रहे हैं और अब यह कीव व वाशिंगटन पर है कि युद्ध कितना लंबा खिचेगा। रूस ने यूक्रेन पर अपने एयर बेस पर ड्रोन हमले का आरोप लगाया है। लावरोव के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने ट्वीट कर कहा कि रूस को वास्तविकता का सामना करने की जरूरत है।
अमेरिका व उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से समर्थन व मदद हासिल कर रहे यूक्रेन ने रूस द्वारा जीते गए अपने हिस्सों को फिर से हासिल करने व रूसी सैनिकों को देश से खदेड़ने का संकल्प लिया है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेन के पूर्व में स्थित डोनेस्क प्रांत के बाखमुट व उत्तर के लुहांस्क प्रांत में भीषण लड़ाई जारी है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो में कहा कि डोनबास मोर्चे पर स्थिति काफी कठिन व दर्दनाक है। रूस बाखमुट पर कब्जा करना चाहता है।
देश के करीब 90 लाख लोग बिजली के बिना ठंड की सर्द रातें गुजारने को मजबूर हैं। जेलेंस्की ने कहा कि हाल की उनकी अमेरिकी यात्रा में हुए समझौते की समीक्षा की गई। उम्मीद है कि इन समझौते के तहत अमेरिका जल्द से जल्द 1.85 अरब डालर के हथियार उपलब्ध करा देगा। एपी के अनुसार, यूक्रेन के विदेश दमित्रो कुलेबा ने कहा कि उनका देश फरवरी में शांति सम्मेलन का आयोजन करना चाहता है, लेकिन वह इसका अनुमान नहीं लगा सकते कि उसमें रूस शामिल होगा अथवा नहीं।