रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना को परमाणु हथियारों की ड्रिल करने का आदेश दिया है। इस युद्धाभ्यास में नेवी और यूक्रेनी सीमा के पास तैनात सैनिकों को भी शामिल करने को कहा गया है। पुतिन ने यह फैसला तब लिया जब नाटो और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की मदद के लिए सेना भेजने की बात कही थी।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपेन की तैनाती पर फोकस किया जाएगा। हालांकि, यह ड्रिल कब होगी, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर यूक्रेन ने मदद मांगी तो वे अपने सैनिकों को वहां भेज सकते हैं।
इसके एक दिन बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून ने कहा था कि यूक्रेन अगर चाहे तो वह रूस पर हमला करने के लिए ब्रिटिश हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। रूस ने दोनों बयानों का विरोध किया था। पुतिन ने 2 महीने पहले एक इंटरव्यू में अमेरिका को परमाणु हमले की चेतावनी दी थी। पुतिन ने कहा था कि अगर अमेरिका अपने सैनिकों को यूक्रेन में भेजेगा तो इससे जंग और बढ़ सकती है।