कश्मीर के युवाओं को आतंकी बनने के लिए उकसाते हुए बाबर अक्सर अपनी बहादुरी के किस्से सुनाता था। वह खुद को कश्मीरियों का रक्षक बताता था, लेकिन कुलागाम के परीवन में अपने सामने मौत खड़ी देख उसने कायरों की तरह दो निहत्थे नागरिकों को मानव ढाल बनाकर अपनी जान बचाने का प्रयास किया। मगर उसकी यह चाल भी काम नहीं आई और वह सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया। उसे मार गिराने के अभियान में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान रोहित सिह चिब वीरगति को प्राप्त हुआ और तीन सैन्यकर्मियों समेत पांच लोग जख्मी हो गए। मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना बना मकान भी नष्ट हो गया है।
जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी बाबर भाई पाकिस्तान का रहने वाला था। उसे जैश ने वर्ष 2018 में कश्मीर में खून खराबा करने और स्थानीय लड़कों को आतंकी बनाने के लिए भेजा था। वह कुलगाम और शोपियां में सक्रिय था। कश्मीर में जैश के सभी पुराने और प्रमुख आतंकियों के मारे जाने के बाद वह अपने स्थानीय नेटवर्क के जरिये दक्षिण कश्मीर में जैश के लिए नए लड़कों की भर्ती में जुटा था। सुरक्षा एजेंसियों लगातार उसके ठिकानों पर दबिश दे रही थी। उसके एक मकान में छिपे होने की सूचना मिली और सुरक्षाबलों ने उसे घेर लिया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिह ने बताया कि आतंकी बाबर जब सुरक्षाबलों की घेराबंदी में फंसा तो उसने दो लोगों को मानव ढाल बनाकर भागने की कोशिश थी। उसने वहां आस-पास मौजूद लोगों की परवाह भी नहीं की और अंधाधुंध गोलियों की बौछार करने लगा। इसी दौरान दोनों नागरिक घायल हुए और जवाबी कार्रवाई में आतंकी बाबर मारा गया। इसी गोलीबारी में रोहित सिह चिब बलिदान हुआ है। आतंकी का ठिकाना बना मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। मुठभेड़स्थल से एक असाल्ट राइफल, एक पिस्तौल और दो ग्रेनेड मिले हैं।