वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा के दौरान किराये में छूट फिलहाल नहीं मिलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका संकेत दिया। सांसद नवनीत राणा के प्रश्न का उत्तर देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, पिछले साल रेलवे ने यात्री सेवाओं के लिए 59000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। यह राशि कुछ राज्यों के वार्षिक बजट से भी बड़ी है। उन्होंने कहा कि रेलवे का वार्षिक पेंशन बिल 60000 करोड़ रुपये है, वेतन बिल 97000 करोड़ रुपये है जबकि ईंधन पर 40000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, अगर फैसले लेने होंगे तो हम लेंगे। लेकिन फिलहाल, सभी को रेलवे की स्थिति पर गौर करना चाहिए।
रेलमंत्री से पूछा गया था कि ट्रेन यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट कब बहाल होगी। कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से किराये में छूट को निलंबित कर दिया गया है। एक अन्य सवाल के जवाब में वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में वंदे भारत ट्रेनें 500 से 550 किलोमीटर की अधिकतम दूरी तय कर रही हैं। स्लीपर कोच लग जाने के बाद लंबी दूरी के लिए वंदे भारत ट्रेनें शुरू होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद देश के कोने-कोने से अयोध्या को ट्रेनों से जोड़ने की योजना है। उन्होंने कहा कि रेलवे को 2030 तक पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होने का लक्ष्य है और इस पर काम चल रहा है।
आइआरसीटीसी को भोजन से संबंधित 5869 शिकायतें मिलीं
लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में रेल मंत्री ने कहा कि एक अप्रैल 2022 से 31 अक्टूबर 2022 के बीच इंडियन रेलवे कैटरिग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) को ट्रेनों में खाने की गुणवत्ता से संबंधित 5869 शिकायतें मिली हैं। रेलवे का प्रयास है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार यात्रियों को अच्छी गुणवत्ता और स्वच्छ भोजन मिले।