महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए अब महाविकास आघाड़ी के ही दो दलों शिवसेना और राकांपा में खींचतान के आसार दिख रहे हैं। महाविकास आघाड़ी के सत्ता पक्ष से विपक्ष में आते ही विधानसभा में अधिक संख्या बल के आधार पर राकांपा ने अपने नेता अजीत पवार को नेता प्रतिपक्ष घोषित कर दिया। अब बारी शिवसेना की है।
78 सदस्यों वाली विधान परिषद में इस समय शिवसेना के 13 और राकांपा के 10 सदस्य हैं। दोनों को एक-एक निर्दलीय सदस्यों का समर्थन भी प्राप्त है। इस आधार पर शिवसेना नेता प्रतिपक्ष पद पर अपना दावा पेश करना चाहती है। इसके लिए उसके पास पूर्व मंत्री अनिल परब एवं हाल ही में विधान परिषद में पहुंचे सचिन अहीर जैसे तेज-तर्रार नेता हैं।
राकांपा चाहती है कि विधानमंडल के दोनों सदनों में नेता प्रतिपक्ष का पद उसके पास ही रहे। वह इस पद के लिए हाल ही में विधान परिषद पहुंचे एकनाथ खडसे का नाम आगे करना चाहती है। खडसे भाजपा के ही पूर्व नेता हैं। राकांपा का तर्क है कि खडसे भाजपा को ज्यादा अच्छी तरह घेर सकेंगे। श्ािवसेना दोनों सदनों में महत्वहीन होकर नहीं रहना चाहती। इस मुद्दे पर दोनों दलों में खींचतान चल रही है।