मुंबई अपराध और ड्रग्स के लिए बदनाम है। मगर इसी मुंबई में कुछ गुदडी के लाल भी पैदा होते हैं। ऐसे ही छह लालों ने नीट जैसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल किया है। पूर्वी उपनगरीय क्षेत्र की गोवंडी झुग्गी बस्ती के छह विद्यार्थियों ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में सफलता पाकर दूसरों के लिए एक नजीर पेश की है।
नीट में सफलता के कदम चुमने वाले इन छह में से एक है जैबा खान। उसके पिता भी डॉक्टर हैं। वह कहती है कि कोरोना काल में डॉक्टरों की कमी देखकर उसका डॉक्टर बनने का संकल्प और दृढ़ हुआ। इसी तरह एक कैटरर के बेटे सैफ आसिफ जोगले का कहना है कि उसने गरीबों को इलाज के लिए भटकते देखकर तय किया कि डॉक्टर बनना है।
गोवंडी में स्थानीय डॉक्टरों का एक एसोसिएशन बनाने वाले डॉक्टर जाहिद खान का मानना है कि बदनाम इलाका होने के कारण अधिकतर लोग यहां आना नहीं चाहते हैं, इसलिए हमने अपने बच्चों को ही डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा हमारा एसोसिएशन एक वार्षिक कार्यक्रम भी आयोजित करता है, जिसमें हम बच्चों के माता-पिता को प्रेरित करते हैं।