
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा देते हुए अनारक्षित टिकटों का 20.88% यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप के माध्यम से बुक किया गया, जो कि संपूर्ण भारतीय रेलवे में प्रथम स्थान पर है। इसके अलावा परिचालन, आधारभूत संरचना, यात्री सुविधाएं, पर्यावरणीय पहल, डिजिटल नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारियों के क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। यात्रियों की सुविधा के लिए एसईसीआर ने प्रमुख स्टेशनों पर आधारभूत ढांचे को उन्नत किया है। 4 स्टेशनों पर प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाई गई, जबकि विभिन्न स्टेशनों पर 6 एस्केलेटर, 1 लिफ्ट और 7 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इसके साथ ही महत्वपूर्ण स्टेशनों पर 10 छोटे और 2 बड़े फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी पूरा किया गया।
इस वर्ष एसईसीआर ने कुल 135 किलोमीटर रेल लाइनों का काम पूरा कर इनमें रेल परिचालन शुरू किया गया, जिसमें मल्टी-ट्रैकिंग 118.34 किलोमीटर और गेज परिवर्तन 17.30 किलोमीटर शामिल हैं। इसके अलावा, 112 किलोमीटर सेक्शन में ऑटो-सिग्नलिंग प्रणाली और 10 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली स्थापित की गई। बीते वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 253.21 मिलियन टन माल लोडिंग के साथ अब तक का सर्वोच्च रिकॉर्ड बनाया। इस उपलब्धि के साथ माल लदान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का भारतीय रेलवे में दूसरा स्थान है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा किया गया माल लदान भारतीय रेलवे की कुल माल लोडिंग का 16% रहा।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 328 रूट किलोमीटर में सेक्शनल स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ 28 मानवयुक्त रेलवे क्रॉसिंग को समाप्त कर संरक्षा में सुधार किया है। सड़क मार्ग के उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए 14 रोड ओवर ब्रिज और 60 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया। साथ ही 156 पुलों का मेंटेनेंस कार्य भी किया गया। रेलवे ने 32 रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किए और 8 जल निकायों का निर्माण/पुनर्निर्माण किया। इसके अलावा, 155 किलोवॉट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल नेटवर्क का 100% विद्युतिकरण किया गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा दक्षता में सुधार हुआ है। रेलवे ने स्क्रैप (कबाड़) बिक्री से 259.24 करोड़ की कमाई की, जो कि रेलवे बोर्ड के निर्धारित लक्ष्य 220 करोड़ रुपए से 17.84% अधिक है। इसके अलावा, जेम प्लेटफॉर्म के माध्यम से खरीद 281.82 करोड़ तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 77.60% अधिक है। कच्चे माल के परिवहन को बढ़ावा देने के लिए 4 गति शक्ति टर्मिनल चालू किए गए हैं।