गणतंत्र दिवस पर इस बार फिर उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों की झांकियां देखने को मिलेंगी। कर्तव्य पथ पर निकाली जाने वाली इन झांकियों को लेकर राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच उत्तर प्रदेश और हरियाणा को चयन के अंतिम दौर में जगह मिली। प्रतिस्पर्धा में शुरुआत से मजबूत दावेदार माने जा रहे मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ को अंतिम दौर में निराशा हाथ लगी। मध्य प्रदेश को लगातार तीसरे साल इस प्रतिस्पर्धा से बाहर होना पड़ा है। हालांकि मध्य प्रदेश ने इसके लिए इस बार खासी तैयारी की थी और उज्जैन में बने नए महाकाल लोक की थीम को रखा था।
इस बीच रक्षा मंत्रालय ने बंगाल, उत्तराखंड, असम और झारखंड सहित 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों को गणतंत्र दिवस की परेड के लिए चुना है। इन सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को 19 जनवरी तक चुनी गई थीम पर आधारित झांकियां तैयार करने के लिए कहा है। इन झांकियों को 23 जनवरी को निकाली जाने वाली रिहर्सल परेड में शामिल होना होगा। इस बीच चयनित झांकियों में किसी तरह का बदलाव या छेड़छाड़ मान्य नहीं होगा। ऐसा होने पर अंतिम समय में परेड में शामिल होने से रोका भी जा सकता है। पिछले साल में परेड में 12 राज्यों की झांकियां शामिल हुई थी। इनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र व जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल थे।
झांकियों के चयन की इस प्रतिस्पर्धा में शामिल अधिकारियों के मुताबिक इस साल कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर निकलने वाली झांकियों के लिए 22 से ज्यादा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने दावेदारी की थी। इस बीच कई दौर की प्रतिस्पर्धा में पांचवें चरण तक सिर्फ 14 राज्य रह गए थे, लेकिन छठवें चरण्ा में इनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश ने नए सिरे से जगह बनाई है, जबकि पहले चरणों में दौड़ से बाहर हो चुके महाराष्ट्र और लद्दाख ने भी फिर से मजबूत वापसी के साथ जगह बनाई। ऐसे में इस दौड़ में 18 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हो गए थे, लेकिन अंतिम चयन में शुरुआत से मजबूत दावेदार रहा मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ संगीत सहित प्रस्तुत की गई थीम को ठीक तरीके से प्रदर्शित न करने जैसे मानकों के आधार पर इससे बाहर हो गए।
सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने अंतिम समय में जिस थीम के आधार पर इस प्रतिस्पर्धा में जगह बनाई है, उनमें अयोध्या में सरयू किनारे होने वाले दीपोत्सव के उल्लास को प्रमुखता से दर्शाया गया है। अयोध्या में सरयू किनारे आयोजित होने वाले इस दीपोत्सव में वर्ष 2022 में करीब 16 लाख दिए एक साथ जलाए गए थे। इस आयोजन को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी जगह मिली है।
परेड में दिखेगी इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां
आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बंगाल, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और दादरा नगर हवेली व दमन दीव।
शौर्य दिखाएगी सीआरपीएफ की “नारी शक्ति”
गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर केंद्रीय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की “नारी शक्ति” भी शौर्य दिखाएगी। परेड में सीआरपीएफ की मार्चिंग और बैंड की महिला टुकड़ी शामिल होगी। अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम के लिए पूर्वाभ्यास किया जा रहा है।
“महिला सशक्तिकरण” विषय पर एक झांकी की भी तैयारी की जा रही है। इसमें सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) शामिल होंगे। सीआरपीएफ के अलावा अन्य सीएपीएफ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) हैं और इन सभी में महिला कर्मी हैं।