एनआईए ने प्रतिबंधित पीएफआई के 11 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। इन पर आतंकी प्रशिक्षण कैंप चलाने और लोगों की भर्तियां करने का आरोप है। पीएफआई के यह लोग योग की कक्षाओं और शारीरिक शिक्षा की आड़ में आतंकी शिविर चला रहे थे। एनआईए अधिकारी ने बताया पीएफआई में भर्ती होने के बाद शुरुआती पाठ्यक्रम में मुस्लिम युवकों को घरेलू चीजों जैसे चाकू, दरांती और लोहे की छड़ से जानलेवा हमला करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रवक्ता ने बताया, “जांच से पता चला है कि आरोपी सीधे-साधे मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे थे और उन्हें भारत सरकार के साथ-साथ अन्य संगठनों और व्यक्तियों के खिलाफ नफरत तथा उकसावे वाले भाषणों के जरिये पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) में भर्ती कर रहे थे।” एनआईए अधिकारी ने कहा, पीएफआई में भर्ती होने के बाद, मुस्लिम युवाओं को योग कक्षाओं और शारीरिक शिक्षा की आड़ में पीएफआई द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविरों में भेजा जाता था।
प्रवक्ता ने कहा, “शुरुआती पाठ्यक्रम में, उन्हें घरों में आसानी से मिलने वाली चीजों (चाकू, दरांती और लोहे की छड़) का उपयोग कर जानलेवा हमला करने का प्रशिक्षण दिया जाता था ताकि किसी व्यक्ति के गले, पेट और सिर जैसे शरीर के नाजुक अंगों पर हमला करके उसे मारा जा सके तथा आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया जा सके।”
एनआईए ने तेलंगाना में प्रतिबंधित पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के लिए आतंकी प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और युवाओं की भर्ती में शामिल होने के आरोप में 11 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र गुरुवार को हैदराबाद में एनआईए की एक विशेष अदालत के समक्ष दायर किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि इन आरोपितों में 10 तेलंगाना से और एक आंध्र प्रदेश से है। यह मामला शुरू में चार जुलाई को तेलंगाना के निजामाबाद जिले के छह-टाउन पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में 26 अगस्त को एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था।
अधिकारी ने कहा कि तेलंगाना के अब्दुल खादर, अब्दुल अहद, अब्दुल सलीम, शेख शादुल्ला, फिरोज खान, मोहम्मद उस्मान, सैयद याहिया समीर, शेख इमरान उर्फ इमरान कुरैशी, मोहम्मद अब्दुल मुबीन और मोहम्मद इरफान और आंध्र प्रदेश के शेख इलियास अहमद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न् धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है। एनआईए ने केरल में 56 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें संगठन के सात राज्य कार्यकारी समिति के सदस्यों, सात जोनल हेड और 15 फिजिकल ट्रेनिग इंस्ट्रक्टर के आवास शामिल थे।
केरल हाईकोर्ट का वकील भी था पीएफआइ का ट्रेनर
एनआईए ने केरल के पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) मामले में 14वें आरोपित को गिरफ्तार किया, जो पेशे से वकील हैं। आरोपित की पहचान केरल के एनार्कुलम जिले के रहने वाले मोहम्मद मुबारक एआई के रूप में हुई है। गिरफ्तार आरोपित एक मार्शल आर्ट और हिट स्क्वाड ट्रेनर बताया जा रहा है।
एनआईए अधिकारी ने कहा कि यह गिरफ्तारी मोहम्मद मुबारक एआइ के आवास की तलाशी के बाद की गई, जो पीएफआइ मार्शल आर्ट और हिट स्क्वाड ट्रेनर है। जांच एजेंसी ने इस साल 19 सितंबर को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। एनआईए ने एक बयान में कहा कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद मुबारक केरल हाई कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस भी कर रहा था। तलाशी के दौरान मोहम्मद मुबारक एआई के घर से बैडमिंटन रैकेट बैग में छुपाकर रखे गए हथियार बरामद किए।
इसके अलावा आरोपित के घर से एक कुल्हाड़ी, तलवार और हंसिया भी बरामद किया गया। एनआईए ने कहा, “”जांच ने पुष्टि की है कि पीएफआई नेताओं और दूसरे समुदायों के सदस्यों को टारगेट करने के लिए विभिन्न् राज्यों और जिलों में हिट स्क्वायड बना रहा था। पीएफआई का यह सदस्य अपना नेटवर्क बढ़ाने और ट्रेनिंग देने का भी काम करता था।””