मध्य प्रदेश के बड़वानी शहर में बीते दिनों हुई हत्या जैसी आपराधिक घटनाओं से सनसनी फैली हुई है। वहीं लोगों में रोष भी गहरा गया। शनिवार को राठौर व अहीर यादव समाज द्वारा रैली निकालकर शहर कोतवाली का घेराव किया गया। समाजजनों के आक्रोश जताने और आंदोलन की चेतावनी पर सक्रिय हुई पुलिस ने अंधे कत्ल की एक गुत्थी सुलझा ली। इसमें मजदूरी के रूपयों के विवाद में कांट्रेक्टर ने महिला मजदूर को मौत के घाट उतारा था। वहीं एक दूसरे मामले में बंद कमरे में युवती का संदिग्ध शव मिलने के बाद इस मामले से जुड़े लापता युवक का शव रविवार को नर्मदा नदी में मिलने के बाद आगे की जांच की जा रही है।
शहर कोतवाली के अंतर्गत गत माह 27 मार्च को पुलिस को बावनगजा मार्ग के नाले के नीचे मिले महिला के मामले में जांच के बाद पुलिस ने इस अंधे कत्ल को सुलझाया।मृतक महिला भवन निर्माण में मजदूरी करती थी। मजदूरी के रुपए को लेकर कांट्रेक्टर से उसका विवाद चल रहा था, उसी दौरान कांट्रेक्टर उसे बावनगजा मार्ग पर झरने के समीप ले गया और पत्थरों से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव छिपा कर भाग गया था। मौके पर मिले साक्ष्यों गुमशुदगी के आधार पर महिला की पहचान हो पाई थी।इस मामले का पर्दाफाश पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार दोपहर 12 बजे पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने किया।
एसपी ने बताया कि 27 मार्च को शहर के पाटी नाका टिनशेड निवासी सूरज बाई (70) पति गट्टू लाल राठौर ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी पुत्री भावना राठौर 21 मार्च से लापता है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामला जांच में लिया था। वहीं इसी दिन पुलिस को सूचना मिली कि बावनगजा रोड झरने वाले पुल के पास एक अज्ञात शव पड़ा है। पुलिस टीम ने मौका मुआयना किया। शव महिला का होकर कुछ दिन पुराना और क्षत विक्षत हो चुका था। पुलिस ने शव बरामद कर पीएम के लिए भिजवाया। वहीं मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया। एसपी ने बताया कि चूंकि महिला संबंधित मर्ग होने से पूर्ण संवेदनशीलता के साथ पुलिस ने जांच की और मौके पर डाग स्क्वाड, एफएसएल टीम ने बारीकी से मुआयना किया। साथ ही जांच के लिए टीम गठित की।
70 वर्षीय माता ने अपनी गुमशुदा पुत्री की शिनाख्त की
इस दौरान गुमशुदगी दर्ज कराने वाले सूरजबाई को पीएम रुप में अज्ञात महिला का शव दिखाया, जिसमें उसकी शिनाख्त उसकी लड़की 29 वर्षीय भावना राठौर के रुप में हुई। पुलिस ने पीएम करवाकर शव स्वजनों को सौंपा। इसके बाद जांच में साक्षी सूरज बाई व अन्य साक्षियों के कथन लिए। वहीं घटना स्थल पर मिले भौतिक साक्ष्यों का तकनीकी और वैज्ञानिक विधि से आकलन व परीक्षण करने के बाद पता चला कि अज्ञात आरोपित ने मृतिका भावना के सिर और शरीर पर गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या की है। पुलिस ने अज्ञात आरोपित के विरूद्ध तत्काल हत्या का केस दर्ज कर विवेचना में लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता देखते हुए उनके निर्देशन में एएसपी, एसडीओपी ने मामले का बारीकी से अनुसंधान किया और अज्ञात आरोपी का पता लगाने के लिए थाने से पुलिस टीम गठित की।
अक्सर दोनों बावनगजा झरने के पास मिलते थे
पुलिस टीम को तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों से पता चला कि मृतिका भावना राठौर वाहिद नाम के व्यक्ति के साथ 21 मार्च को देखी गई थी। इस पर पुलिस ने शहर के पानवाड़ी मोहल्ला निवासी वाहिद पुत्र युसुफ भिस्ती को ढूंढकर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस के अनुसार आरोपित ने बताया कि वो मकान निर्माण में कांट्रेक्टर का काम करता था, उसी दौरान उसकी पहचान मजदूरी करने वाली भावना राठौर से हुई थी। एसपी गहलोद ने बताया कि आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वो अक्सर भावना राठौर के साथ बावनगजा झरने के पास मिलता था। इस दौरान मजदूरी के रुपये को लेकर भावना से उसका विवाद हुआ। इसको लेकर 21 मार्च को वो भावना को बाइक पर बैठाकर बावनगजा झरने पर ले गया, वहां भावना और उसके बीच विवाद हुआ। इस दौरान आरोपित ने पत्थरों से भावना पर हमला किया। भावना की मौत होने पर उसका शव छिपाकर घर पहुंचा और सामान्य दिनचर्या में लग गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित को एक दिन पूर्व शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। अब उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई करेंगे।इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सोनू सिटोले, उपनिरीक्षक राजीवसिंह औसाल, अजमेरसिंह अलावा, झीरमल सापल्या, कविता कनेश, साइबर सेल उपनिरीक्षक रितेश खत्री, प्रधान आरक्षक जगजोधसिंह चौहान, शैलेंद्रसिंह परिहार, अजमेरसिंह रावत, योगेश पाटिल, रामबिलास धाकड़, राजेन्द्रसिंह, प्रशांत मिश्रा आदि शामिल रहे।