मिजोरम और छत्तीसगढ़ के पहले चरण के मतदान के साथ ही 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का श्रीगणेश हो गया। दोनों राज्यों में मतदान की समय सीमा खत्म हो गई है। इस दौरान मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस पर्व में पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। मिजोरम की 40 सीटों पर 174 प्रत्याशियों और छत्तीसगढ़ में पहले चरण की 20 सीटों के 223 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो गई है।
छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा के बीच करीब 71 प्रतिशत, जबकि मिजोरम में भी 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। छत्तीसगढ़ में मतदान के दौरान नक्सलियों ने बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में व्यवधान डालने का प्रयास किया। कोंटा में नक्सलियों ने मतदान केंद्र पर तैनात सुरक्षा बल के जवानों पर फायरिंग की। हालांकि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली भाग खड़े हुए। वहीं, सुकमा में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया, जिसमें एक जवान घायल हो गया। नक्सल प्रभावित 10 सीटों पर सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान चला, जबकि शेष 10 सीटों पर मतदान 8 बजे से 5 बजे हुआ। नक्सल प्रभावित 2,431 मतदान केंद्रों से प्रक्रिया का सीधा प्रसारण किया गया। इस वेब कास्टिंग की निगरानी केंद्रीय चुनाव आयोग दिल्ली और रायपुर के निर्वाचन कार्यालय में बैठे अधिकारियों ने की।
छत्तीसगढ़ में मतदान को यादगार बनाने के लिए पखांजुर में रेनबो मतदान केंद्र बनाया गया था, यहां मतदान करने आए थर्ड जेंडर का मतदाता मित्रों ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। मगर, दंतेवाड़ा में बिना पर्ची और मोबाइल लेकर मतदान केंद्र में प्रवेश को लेकर सुरक्षाकर्मियों और मतदाताओं के बीच बहस हो गई। कई जगहों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान प्रभावित हुआ तो कांकेर के नरहरपुर में महिलाएं मतदान के लिए जमीन बैठकर अपनी बारी का इंतजार करती देखी गईं। बस्तार के चांदामेटा गांव के लोगों ने पहली बार मतदान किया। वहीं, सुकमा के कारीगुंडम इलाके में 23 साल बाद मतदान हुआ। मतदान के प्रति इस उत्साह के बीच कुछ जगहों पर विकास नहीं होने से नाराज लोगों ने बहिष्कार भी किया। पूर्व सीएम और बीजेपी नेता रमन सिंह ने वोट डालने से पहले अपने आवास पर पूजा की। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पहले चरण की 20 में से 14 सीटें जीतेगी भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को ईडी का डर इसलिए है, क्योंकि अपराध किया है। अगर आपने भ्रष्टाचार नहीं किया है तो फिर क्यों डरना?
छत्तीसगढ़ में मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से मतदान के लिए अपील की है। पीएम मोदी ने कहा, छत्तीसगढ़ में आज लोकतंत्र के पावन उत्सव का दिन है। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपना वोट जरूर डालें और इस उत्सव के भागीदार बनें। इस अवसर पर पहली बार वोट डालने वाले राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी विशेष बधाई! वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्सध हैंडल पर पोस्ट2 कर कहा, जब इस्तेमाल करें अपना मताधिकार, याद रहे, छत्तीसगढ़ में फिर एक बार, कांग्रेस की भरोसे की सरकार। कांग्रेस की छत्ती सगढ़ की गारंटी। हम जो कहते हैं, वो कर के दिखा देते हैं! मतदान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “हमारे 5 साल के काम के कारण नक्सलवाद पीछे हट गया है। पहले सड़क के किनारे मतदान केंद्र थे, अब अंदर के गांवों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं। अपने ही गांव में लोग मतदान करेंगे।”
छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही 223 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। पहले चरण में भले ही 20 सीटों पर मतदान हुआ है, लेकिन इनमें से 8 सीटें ऐसी हैं, जिस पर 3 मंत्री, 4 पूर्व मंत्री, 1 पूर्व मुख्यमंत्री और 1 सांसद की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। लोकतंत्र के इस मुकाबले में कौन किसे पटखनी देगा, इसका फैसला मतदाताओं ने कर दिया है। अब 3 दिसंबर का इंतजार है, जब मतदाताओं का सुरक्षित फैसला निर्वाचन आयोग सुनाएगा।