
रायपुर। केंद्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नैतिक असर अब दिखने लगा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा रिलायंस जिओ का अपना मोबाइल नंबर पोर्ट करा लिया है। सत्यनारायण शर्मा ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, हमारे देश के किसान भाइयों ने जिओ और अडानी की चीजों के बहिष्कार करने की मांग की है। उनके इसी आह्वान को स्वीकारते हुए आज मैंने में अपनी जिओ सिम को पोर्ट कराकर एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए उनके विरोध का समर्थन किया है। संयुक्त मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकारों में उच्च शिक्षा मंत्री रहे सबसे अनुभवी विधायकों में से एक सत्यनारायण शर्मा ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के साथ सपोर्ट फॉर्मर्स बॉयकॉट रिलायंस प्रोडक्ट और बॉयकॉट अडानी-अंबानी हैशटैग का प्रयोग किया है। सत्यनारायण शर्मा के इस मुहिम में जुडऩे के साथ दूसरे नेताओं ने भी बहिष्कार का समर्थन शुरू कर दिया है। कई नेताओं ने रिलायंस और अडानी समूह के उत्पादों के बहिष्कार की बात कही है। समर्थन देने पहुंचे लोग छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार के विवादित कृषि संबंधी कानूनों का विरोध जारी है। तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली को घेरकर बैठे किसानों के समर्थन में छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ ने सोमवार से राजधानी में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया।छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ के क्रमिक अनशन को को समर्थन देने बहुत से लोग धरना स्थल पहुंचे। इनमें समाजवादी नेता मनमोहन सिंह सैलानी, उमाप्रकाश ओझा, लक्ष्मी कांत अग्रवाल, प्रिय हारोडे, पवन सक्सेना, जीवेश चौबे, एमएम हैदरी आदि प्रमुख रूप से शामिल थे। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के आह्वान पर छत्तीसगढ़ के कई जिलों और शहरों में उपवास और अनशन शुरू हुआ है। बिलासपुर, जगदलपुर, रायगढ़ आदि में भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन की सूचना है। बारी-बारी से करेंगे उपवास छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ के नेताओं की रविवार देर रात हुई वर्चुअल बैठक में इस आंदोलन की रूपरेखा तय हुई। महासंघ के रूपन चंद्राकर और तेजराम विद्रोही ने बताया, योजना है कि प्रतिदिन कुछ नेता दिनभर के उपवास पर रहेंगे। इस दौरान किसानों की मांगों के समर्थन में सभाएं जारी रहेंगी।